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लिपिक के बेटे ने रच दिया इतिहास, राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत करने के लिए अक्षय के प्रोजेक्ट को रक्षा मंत्री ने सराहा

अक्षय ने राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती देने के एक प्रोजेक्ट पर काम किया है। इनकी टीम ने उस तकनीकी को विकसित किया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 06:28 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 06:28 PM (IST)
लिपिक के बेटे ने रच दिया इतिहास, राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत करने के लिए अक्षय के प्रोजेक्ट को रक्षा मंत्री ने सराहा
लिपिक के बेटे ने रच दिया इतिहास, राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत करने के लिए अक्षय के प्रोजेक्ट को रक्षा मंत्री ने सराहा

चंदौली, जेएनएन। शहरी बाबू गांव के लोगों को जो हेय दृष्टि से देखते हैं वास्तव में वैसा है नहीं । ग्रामीण अंचल में एक से बढ़कर एक मेधा पड़ी है जो प्लेटफार्म मिलते ही ऐसी उड़ान भरती है कि अक्षय जैसे होनहार एक झटके में फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है । अक्षय प्रताप सिंह चकिया क्षेत्र के रामपुर भदौरा गांव के विजय प्रताप सिंह के पुत्र हैं। अक्षय ने राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती देने के एक प्रोजेक्ट पर काम किया है। इनकी टीम ने उस तकनीकी को विकसित किया है कि बॉर्डर पर आतंकी, वांछनीय व असामाजिक तत्वों की घुसपैठ को पूरी तरह लगाम लग जाएगी। टीम अपने प्रोजेक्ट को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सामने रखी तो उन्होंने काफी सराहना की और इसे लागू करने की बात कही। अक्षय का अमेरिकन कंपनी में 40 लाख के पैकेज पर सेलेक्शन हो गया है।

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चकिया क्षेत्र के महर्षि अरविंद शिक्षण संस्थान से हाई स्कूल करने के बाद अक्षय प्रताप सिंह ने गांधी राष्ट्रीय इंटर कॉलेज, सदलपुर से इंटरमीडिएट किया जहां उनके पिता विजय प्रताप सिंह लिपिक हैं। एक मध्यमवर्गीय परिवार से होने के कारण विजय प्रताप ने अपने बेटे को अपने उसी स्कूल में दाखिला दिलाया जहां वह स्वयं काम कर रहे थे ताकि उसकी शिक्षा-दीक्षा उनकी देखरेख में हो सके। इंटरमीडिएट करने के बाद अक्षय प्रताप सिंह पंजाब के लवली प्रोफेशनल विश्वविद्यालय में बीटेक में दाखिला लिया। कंप्यूटर साइंस में तीसरे वर्ष का छात्र अक्षय जब ग्रामीण परिवेश से शहरी छात्रों के बीच पहुंचा तो उसे तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उसने हर मुसीबत का डटकर सामना किया और अपने पिता के अरमानों को पूरा करने के लिए पूरे तन मन के साथ पढ़ाई करने लगा और  सफलता आज उसके कदम चूम रही है। वहां अपने दो दोस्तों एस तुलजीमन्न व मोहम्मद यासीन मेमन के साथ मिलकर होनहार अक्षय ने राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती देने के एक प्रोजेक्ट पर काम किया है इस टीम ने उस तकनीकी को विकसित किया है कि बॉर्डर पर आतंकी, वांछनीय व असामाजिक तत्वों की घुसपैठ को पूरी तरह लगाम लग जाएगी। टीम अपने प्रोजेक्ट को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सामने रखी तो उन्होंने काफी सराहना की और इसे लागू करने की बात कही।


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