बीएचयू अस्पताल में रेजिडेंट डाक्टरों और छात्रों में मारपीट शांत कराने पहुंचे अधिकारी
बीएचयू अस्पताल में सोमवार की देर रात करीब नौ बजे रेसिडेंट डॉक्टरों और छात्रों में जमकर मारपीट के बाद सर्जरी के सभी रेजिडेंट्स काम छोड़कर विरोध में बाहर आ गये।
वाराणसी (जेएनएन) । बीएचयू अस्पताल में सोमवार की रात करीब नौ बजे रेजिडेंट डॉक्टरों और छात्रों में जमकर मारपीट के बाद सर्जरी के सभी रेजिडेंट्स काम छोड़कर विरोध में बाहर आ गये। इस दौरान अस्पताल परिसर में खासा हडकंप मच गया, घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई तो थोड़ी ही देर में पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर मामला शांत कराया।
सोमवार की देर रात करीब नौ बजे रेजिडेंट डाक्टरों और छात्रों में किसी बात को लेकर आपसी विवाद हो गया। इसके बाद झड़प मारपीट में बदल गई। मारपीट के दौरान अस्पताल परिसर में मरीजों और तीमारदारों के बीच हड़कंप मच गया और सभी रेजिडेंट मौके से चिकित्सकीय कार्य छोड़कर विरोध जताते हुए बाहर आ गए। जानकारी के अनुसार मेल सर्जरी वार्ड में विधि संकाय का एक छात्र अपने किसी परिचित को लेकर आया था। इसी दौरान किसी बात को लेकर रेजिडेंट डाक्टरों व छात्रों में कहासुनी शुरू हो गई जो मारपीट में बदल गई।
एक दूसरे पर लगाया आरोप
आरोप है कि पुराने प्रशासनिक भवन के बाहर छात्रों को डाक्टरों ने पीट दिया। वहीं रेजिडेंट डाक्टरों का आरोप है कि धनवंतरि छात्रावास के बाहर अज्ञात लोगों ने दो रेजिडेंटों को मारपीट कर घायल कर दिया। विवि प्रशासन ने किसी तरह मामला शांत कराया। इसके बाद सैकड़ों छात्र हास्पिटल पहुंच गए और हंगामा करने लगे। वहीं धनवंतरि छात्रावास के बाहर मारपीट की घटना के विरोध जूनियर डाक्टर भी लामबंद हो गए।
मामला शांत कराने पहुंचे अधिकारी
मारपीट की सूचना मिलने के बाद विवि प्रशासन के अधिकारियाें ने किसी तरह मामला शांत कराया। वहीं धनवंतरि छात्रावास के बाहर मारपीट की घटना के विरोध में जूनियर डाक्टर भी लामबंद हो गए हैं। चीफ प्राक्टर प्रो. रॉयना सिंह व चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वीएन मिश्र सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना की जानकारी लेने में जुट गए हैं। प्रो. मिश्र ने कहा कि मामले की जांच कराकर दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। वहीं आशंका व्यक्त की जा रही है कि रेजिडेंट डाक्टर मंगलवार को सांकेतिक हड़ताल भी कर सकते हैं।