आटो चालकों की मुसीबत बढ़ाने आ रही सिटी बसें, जिला प्रशासन ने खींचा खाका
वाराणसी मुख्य शहर में आने वाला समय आटो चालकों के मुफीद नहीं होने वाला है, शहर के बाहर संचालित होने वाली सिटी बसें वापस बनारस की सीमा में लौटने वाली हैं।
वाराणसी, जेएनएन । आने वाले समय आटो चालकों के मुफीद नहीं होने वाला है। शहर के बाहर संचालित होने वाली सिटी बसें वापस बनारस की सीमा में लौटने वाली हैं। ऐसा होने पर आटो रिक्शा के बेधड़क संचालन और मनमानी पर काफी हद तक रोक लग सकेगी। इस संबंध में जिला प्रशासन ने जरूरी दिशा निर्देश रोडवेज अफसरों को दे दिए हैं। सिटी बस डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एसएन पाठक ने बताया कि प्रस्ताव के मुताबिक अब सिटी बसों का संचालन वर्ष 2006 के शासनादेश के मुताबिक किया जाएगा। इसमें शहर की सीमा निर्धारित कर दी गई है। इस सीमा में ही बसों का संचालन होगा। एआरएम ने बताया कि अब तक कुल 110 बसों में करीब 40 बसें कछवां रोड, सैयदराजा, चकिया और सकलडीहा तक किया जाता है।
एमएसटी धारकों का होगा ध्यान : रोडवेज अफसरों की मानें तो इन रूटों से सिटी बसों को एकदम से नहीं हटाया जाएगा। कई लोगों ने एमएसटी ले रखी है जो अगले तीन माह तक मान्य है। ऐसे में यात्रियो की सुविधा को देखते हुए धीरे धीरे बसों की कटौती की जाएगी।
बाबतपुर रूट पर बढ़ेंगे फेरे : अभी तक शहर के मुख्य रूट बाबतपुर-लंका मार्ग पर करीब 10-15 सिटी बसों को चलाया जाता है। लेकिन बाहरी जगहों से बसें वापस आने के बाद बाबतपुर, जलालपुर व अन्य दूर दराज के रूटों पर बसों की संख्या बढ़ेगी।