Christmas Day celebration : ईसा मसीह के जन्म लेते ही मना चर्च में उत्सव, कैरोल गीतों से गूंज उठे गिरजाघर
प्रभु यीशु के स्वागत में मंगलवार आधी रात समूचा इसाई समुदाय गिरजाघरों में एकत्रित होकर आपस में खुशियां बांटी।
वाराणसी, जेएनएन। प्रभु यीशु के स्वागत में मंगलवार आधी रात समूचा इसाई समुदाय गिरजाघरों में एकत्रित होकर आपस में खुशियां बांटी। छावनी क्षेत्र स्थित सेंट मेरिज महागिरजा में रात 11.30 बजे बिशप डा. यूजीन जोसेफ ने मिस्सा बलिदान (पूजा-विधि) शुरू की। इसके बाद जब उन्होंने प्रभु के बाल्यरूपी प्रतीक का दर्शन कराया तो उपस्थित श्रद्धालु खुशी से झूम उठे। प्रभु की स्तुति में कैरोल गीत गाए जाने लगे। वहीं, प्रभु के जयघोष के साथ ही गिरजाघर का घंटा बजाया जाने लगा। इसके बाद बिशप ने प्रभु के बाल्यरूपी प्रतीक को परिसर में बने अस्थाई चरनी में स्थापित किया।
उधर, छावनी क्षेत्र स्थित लाल गिरजाघर में पादरी संजय दान ने पूजा विधि संपन्न कराई। वहीं सेंट थॉमस चर्च-गोदौलिया में पादरी न्यूटन स्टीफन, सेंट पॉल्स चर्च-सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, बेथेल फुल गॉस्पल चर्च-महमूरगंज में पादरी अरविंद थॉमस, तेलियाबाग चर्च में पादरी आदित्य कुमार ने पूजा-विधि संपन्न कराने का दायित्व निभाया। साथ ही विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज-सिगरा, चर्च ऑफ बनारस-छावनी क्षेत्र एवं शिवपुर, रामकटोरा, बीएचयू डीएलडब्ल्यू आदि के चर्च में भी प्रार्थना सभाएं हुई। इस पवित्र अवसर पर मसीही समाज के लोग चर्च में अपने सामथ्र्य के अनुसार केक लाए थे, जिसे प्रार्थना के बाद प्रसाद के रूप में बांटा गया। क्रिसमस पर्व के उपलक्ष्य में शहर के सभी गिरजाघर विद्युत झालरों, फूलों आदि से सजे रहे।
जश्न में डूबा मसीही समुदाय
भगवान ईशु के जन्म होते ही इसाई समुदाय के लोग पूरी रात जश्न में डूबे रहे। लोगों ने अपने प्रियजनों को आकर्षक उपहार देकर एक-दूसरे को बधाई दी। साथ ही मोबाइल, फेसबुक, वाट्सएप आदि हाइटेक माध्यमों से क्रिसमस की बधाई देने का सिलसिला सुबह तक चलता रहा। वहीं, सड़कों पर रातभर जश्न का माहौल रहा।
छावनी क्षेत्र स्थित सेंट मेरिज महागिरजा में रात 11.30 बजे बिशप डा. यूजीन जोसेफ ने मिस्सा बलिदान (पूजा-विधि) शुरू करने के बाद जब प्रभु के बाल रूप का दर्शन कराया तो वहां उपस्थित श्रद्धालु खुशी से झूम उठे। इसके बाद सबने कैरोल गाए और यीशु के जयघोष के साथ गिरजाघर का घंटा भी बजाया।-पूरी खबर पेज 10