वाराणसी के भेलूपुर में जहरीली गैस से लोगों का घुटने लगा दम, अचेतावस्था में पांच अस्पताल में भर्ती
वाराणसी के भेलूपुर क्षेत्र स्थित जलसंस्थान में क्लोरीन के सिलेंडर लीक से इलाके में लोगों का दम घुटने लगा है। इससे कई लोग बेहोश हो गए।
वाराणसी, जेएनएन। भेलूपुर स्थित जलकल विभाग के पंप हाउस में रखे क्लोरीन गैस के सिलेंडरों में रिसाव होने लगा। इससे पांच लोगों की हालत बिगड़ गई। अचेत हालत में उन्हें कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती किया गया। इसमें चार की गंभीर हालत को देखते हुए बीएचयू रेफर कर दिया गया।
रिसाव के बाद लोगों का दम घुटने लगा और गले में जलन की शिकायत शुरू हो गई। इससे इलाके में भगदड़ मच गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाके को खाली कराने के साथ गैस का प्रभाव कम करने के लिए फायर ब्रिगेड बुलाकर पानी की बौछार शुरू कराई।
शाम लगभग 7.30 बजे जलकल पंप हाउस में रखे क्लोरीन का सिलिंडर लीक होने की जानकारी वहां क्लोरिनेशन में लगे कॢमयों को हुई तो उन्होंने इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों को दी। कर्मचारी कुछ समझ पाते तब तक वहां की हवा प्रदूषित हो गई और आठ लोग चपेट में आ गए। कुछ की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। पंप हाउस के सामने मौजूद घरों में रह रहे शरत सोनकर, लक्ष्मण सोनकर, नारायन सोनकर व कैलाश प्रसन्ना और पंप अधीक्षक बेहोश होकर गिर पड़े। पंप अधीक्षक ने अपने अधिकारियों व पुलिस को सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने गश खाकर गिरे चार लोगों को एंबुलेंस से मंडलीय अस्पताल भेजा। फायर ब्रिगेड की छह दमकल गाडिय़ां मौके पर पहुंच गई और हालात सामान्य करने के लिए पानी की बौछार पंप हाउस से लेकर स्टोर और पूरे इलाके में मारते हुए रेसक्यू शुरू कर दी। नगर आयुक्त गौरांग राठी के मुताबिक इस हादसे में कोई बेहोश नहीं हुआ है। जबकि चार लोगों को मंडलीय अस्पताल में भर्ती किया गया है। उधर, जीएम जलकल नीरज गौड़ की माने तो 25 किलोग्राम के क्लोरीन सिलेंडर में रिसाव हुआ है। फायर बिग्रेड की छह गाडिय़ों ने क्लोरीन पर पानी का छिड़काव कर उसके प्रभाव को कम किया।
खोजवां, कबीरनगर के लोग भी चपेट में
भेलूूपुर स्थित जलकल की पानी टंकी के पास क्लोरीन गैस रिसाव का असर आसपास के इलाके तक भी पहुंच गई। भेलूपुर के अलावा उससे सटे खोजवां, किरहियां, कबीरनगर के लोग उल्टी करने लगे। पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए मेगा फोन से सभी इलाकों में लोगों को अपने-अपने घरों में रहने की अपील की।
डेढ घंटे अफरातफरी का माहौल
गैस रिसाव के बाद वहां डेढ़ घंटा तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। करीब 50 लोगों को उल्टी के साथ गले व आंख में जलन, खांसी, सिरदर्द की दिक्कत हुई। गैस के प्रभाव को कम करने के लिए पम्प हाउस में एक घंटे तक पानी का बौंछार मारी गई।
कबाड़ में रखा था डेढ़ दशक पुराना सिलेंडर
जन स्वास्थ्य को लेकर जलकल विभाग की लापरवाही एक बार फिर सामने आई। क्लोरीन गैस के जिस सिलेंडर से रिसाव हुआ वह डेढ़ दशक पुराना है। निष्प्रयोज्य होने के कारण उसे जलकल दफ्तर के कबाड़ में रख दिया गया था। इसमें सुरक्षा का ख्याल तक नहीं रखा गया। खास यह कि घटना के दौरान जलकल महाप्रबंधक परिसर में पेयजल प्रबंधन से जुड़े कार्यों का जायजा ले रहे थे। जानकारी होते ही मौके पर पहुंचे। अन्य कर्मचारी व तकनीकी विशेषज्ञ भी दौड़़ते-भागते वहां आ गए। आनन-फानन सिलेंडर पानी के टैंक में फेंका गया। अग्निशमन यंत्र से भी बचाव किया गया। इस बीच अग्नि शमन दल आ गया और राहत व बचाव का कार्य शुरू किया गया।