विश्व शांति के लिए दंडवत प्रणाम करते पहुंचे चाइनीज बौद्ध अनुयायी, धमेख स्तूप पर की पूजा
विश्व शांति एंव सुख समृद्धि के लिए चाइनीज बौद्ध अनुयायी रुटोलफ निय ने भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में गुरुवार की सुबह दण्डवत प्रणाम करते हुए धमेख स्तूप की परिक्रमा किए।
वाराणसी, जेएनएन। विश्व शांति एंव सुख समृद्धि के लिए चाइनीज बौद्ध अनुयायी रुटोलफ निय ने भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में गुरुवार की सुबह दण्डवत प्रणाम करते हुए धमेख स्तूप की परिक्रमा कर पूजा की। वर्षीय बौद्ध अनुयायी रुटोलफ निय 25 नवम्बर को कनाडा से दिल्ली आए। ये कनाडा में वीजा कार्यालय में सलाहकार है। ये काशी में एक गेस्ट हाउस में ठहरे है। दण्डवत प्रणाम करते सारनाथ पहुंचने पर पूर्व पार्षद अजय जैन, अजय पांडेय, गुलाब, पंचम ने स्वागत किया। रुटोलफ ने बताया कि विश्व शांति एंव लोगो मे मानवता की भावना जागृत करने के लिए दण्डवत प्रणाम करते हुए धार्मिक यात्रा करते हैं । प्रतिदिन 4 किलोमीटर तक कि यात्रा करना है । भारत मे आकर पहली बार धर्मिक यात्रा शुरू किया हु। गुरुवार को सारनाथ के पंचकोसी स्थित वरुणा नदी को नमन कर दण्डवत प्रणाम करते हुए पुरातात्विक खण्डहर परिसर में धमेख स्तूप की परिक्रमा कर विश्व शांति की पूजा की। सारनाथ में चौथी यात्रा है । इसके पूर्व दिल्ली, पटना,बोध गया, दण्डवत प्रणाम यात्रा कर चुके हैं। शुक्रवार को सुबह प्रयागराज में दण्डवत यात्रा करके कुशीनगर जायेगे। इस वर्ष भारत के 10 शहरों में दण्डवत यात्रा करनी है। उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में अन्य देशों के 179 शहरों में दण्डवत यात्रा कर चुके हैं ।