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वाराणसी के सारनाथ में जल्द ही झूला पार्क में बच्चे करेंगे मौज मस्ती, लगभग चार लाख रुपया अवमुक्त

वन विभाग ने पक्षी विहार केंद्र के पश्चिमी छोर पर बच्चों के मनोरंजन के लिए झूला पार्क है जिसमे 15 प्रकार के झूले लगे है। अब वन विभाग झूला पार्क को नया रूप देने के लिए गत फरवरी माह में चार लाख का प्रस्ताव बना कर मुख्यालय लखनऊ भेजा था।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 03:36 PM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 03:36 PM (IST)
वाराणसी के सारनाथ में जल्द ही झूला पार्क में बच्चे करेंगे मौज मस्ती, लगभग चार लाख रुपया अवमुक्त
वन विभाग के पार्क में लगभग 10 वर्षों से जर्जर व जीर्णशीर्ण अवस्था मे झूले पड़े हुए हैं।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। सारनाथ पक्षी विहार केंद्र में स्थित झूला पार्क में जर्जर झूलों को बदल कर वन विभाग नवम्बर माह में नया झूला लगाएगा। इसके लिए 4 लाख रुपया शासन से अवमुक्त हो चुका है। जबकि इसके पहले भी जर्जर झूलों की मरम्मत के लिए तीन बार बजट आया लेकिन केवल कागजो पर ही मरम्मत का आंकड़ा तैयार किया गया।

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वन विभाग ने पक्षी विहार केंद्र के पश्चिमी छोर पर बच्चों के मनोरंजन के लिए झूला पार्क है जिसमे 15 प्रकार के झूले लगे है। जो लगभग 10 वर्षों से जर्जर व जीर्णशीर्ण अवस्था मे पड़े है। अब वन विभाग झूला पार्क को नया रूप देने के लिए गत फरवरी माह में चार लाख का प्रस्ताव बना कर मुख्यालय लखनऊ भेजा था। जिसके तहत सितंबर माह में धन अवमुक्त हो गया। नवम्बर माह से झूला पार्क में सीढ़ी रोल, चरखी, सी-सा सहित अन्य झूले लगाए जाएंगे।

झूला मरम्मत को आया तीन बार धन : झूला पार्क में जर्जर झूलों की मरम्मत के लिए वर्ष 2000 में 50 हजार रुपया, वर्ष 2006 में 30 हजार रुपया व वर्ष 2013 में एक लाख रुपया आया लेकिन केवल कागजों तक ही सिमट कर रह गया। इसकी वजह से अब बजट मिलने के बाद सुधार की उम्‍मीद जगी है। 

मिनी जू में प्रवेश शुल्क : वन विभाग पक्षी विहार केंद्र में प्रवेश शुल्क के रूप में तीन से 12 वर्ष तक के बच्चों का पांच रुपया, 12 से ऊपर दस रुपया, एशियन पर्यटक 25 रुपया, यूरोपियन पर्यटक 50 रुपया, कैमरा भारतीय दस रुपया, विदेशी पर्यटकों के लिए 20 रुपया लेते हैं।

बोले अधिकारी : वन क्षेत्राधिकारी ए के उपाध्याय ने बताया कि झूला पार्क में जर्जर झूलों की जगह नए झूलों को लगाने के लिए प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय लखनऊ भेजा गया था। इस बाबत धनराशि अवमुक्त हो गयी है। अब जल्द ही नया झूला लगाने का काम अक्टूबर माह में शुरू कर दिया जाएगा।


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