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वाराणसी में बाल विवाह मुक्त व बाल मैत्री गांव होंगे घोषित, जिलाधिकारी ने बैठक में की घोषणा

अब शीघ्र ही बाल विवाह मुक्त एवं बाल मैत्री गांव घोषित किए जाएंगे। बकायदा सर्वे व पंचायत की मुहर के बाद ऐसा किया जाएगा। पंचायतों को डीएम की ओर से सम्मानित किया जाएगा। वाराणसी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बाल संरक्षण समिति की बैठक में इसकी घोषणा की।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 31 Dec 2020 12:16 PM (IST)Updated: Thu, 31 Dec 2020 12:16 PM (IST)
वाराणसी में बाल विवाह मुक्त व बाल मैत्री गांव होंगे घोषित, जिलाधिकारी ने बैठक में की घोषणा
अब शीघ्र ही बाल विवाह मुक्त एवं बाल मैत्री गांव घोषित किए जाएंगे।

वाराणसी, जेएनएन। अब शीघ्र ही बाल विवाह मुक्त एवं बाल मैत्री गांव घोषित किए जाएंगे। बकायदा सर्वे व पंचायत की मुहर के बाद ऐसा किया जाएगा। पंचायतों को डीएम की ओर से सम्मानित किया जाएगा। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बाल संरक्षण समिति की बैठक में इसकी घोषणा की। इसके पीछे मंशा यही है कि बाल सुधार को लेकर सरकार की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों में सबकी साझेदार हो सके। जिलाधिकारी ने  मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि समस्त विकास खण्डो तथा नगर क्षेत्र में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम द्वारा संबंधित क्षेत्र में संचालित सभी बाल देख रेख संस्थाओं में आवासित बच्चो का स्वास्थ्य परीक्षण जनवरी के प्रथम सप्ताह में  सुनिश्चित किया जाए। यह कार्य बकायदा रोस्टर बनाकर मूर्तरूप दिया जाए। साथ ही संस्थाओ मे आवासित मिसिंग बच्चो के बारे में जानकारी हेतु आधार पंजीकरण तथा ग्राम स्तर एवं वार्ड स्तर पर विशेष अभियान चलाने पर भी जोर दिया। काशी विद्यापीठ विकास खंड में स्पान्शरशिप योजना से बच्चों को आच्छादित करने हेतु बेहतर कार्य करने की सराहना की

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पास्को में हुई कार्रवाई

एक अधिकारी ने बैठक के दौरान बताया कि बच्चों के चिन्ह्किरण के दौरान एक ग्राम पंचायत में  प्रकरण संज्ञान में आया कि एक परिवार में माता-पिता की मृत्यु हो गयी थी। भाई ही बहन का यौन शोषण करता था। भाई की आयु लगभग 21-22 वर्ष एवं बहन लगभग 14 वर्ष की है। सूचना ग्राम स्तर से प्राप्त होने पर जिला बाल संरक्षण इकाई, चाईल्ड लाईन तथा संबंधित थाने द्वारा तत्काल बालिका का रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। भाई के खिलाफ पाॅक्सो के तहत प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है।

15 दिन में निवास प्रमाण पत्र

डीएम ने बाल देखरेख संस्थाओ मे आवासित बच्चो के आय, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी होने मे आ रही समस्याओं को तत्काल दूर करने का निर्देश दिया। कहा कि 15 दिन में इस कार्य को हरहाल में पूरा कराया जाए।


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