राजकीय अस्पताल का प्रमुख सचिव ने किया निरीक्षण, बाहर की दवा लिखने पर रोष
पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल का प्रमुख सचिव श्रम- सेवायोजन व चिकित्सा-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सुरेश चंद्रा ने शनिवार को निरीक्षण किया।
वाराणसी, जेएनएन। पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल का प्रमुख सचिव श्रम- सेवायोजन व चिकित्सा-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सुरेश चंद्रा ने शनिवार को निरीक्षण किया। इस दौरान मरीजों से कुछ डाक्टरों द्वारा बाहर से दवा लिखे जाने की जानकारी मिली। इस संबंध में पहले से मिली शिकायतें पुष्ट होते देख प्रमुख सचिव भड़क उठे। मौके पर ही सीएमएस की जमकर क्लास लगाई और डाक्टरों को भी चेतावनी दी। कहा, मरीजों को दवा उपलब्ध कराना सीएमएस की जिम्मेदारी है, इसे किसी भी हाल में बाहर से लिखा गया तो डाक्टर कार्रवाई के दायरे में होंगे। इस बीच सीएमएस ने स्टेट डिपो से मांग के बाद भी अस्पताल को समुचित दवाएं न उपलब्ध कराए जाने की जानकारी दी।
प्रमुख सचिव ने इसे शासन की मंशा के विपरीत कदम बताया। रिपोर्ट बनाकर भेजने का निर्देश दिया और अब तक भेजे गए इंडेंट की कापी भी मागी। लावारिस मरीजों की देखरेख में कमी हुई तो खैर नहीं : प्रमुख सचिव के लगभग 40 मिनट के निरीक्षण में सफाई समेत तमाम खामियां सामने आई। इसमें लावारिस मरीजों की चिकित्सा को लेकर लापरवाही प्रमुख रही। उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि लावारिस मरीजों की चिकित्सा व देख रेख पूरी मुस्तैदी से किया जाए। ताकीद करते हुए कहा कि इसमें कमी सामने आई तो संबंधित डाक्टर या स्टाफ की खैर नहीं।
उन्होंने ओपीडी, आइपीडी, पैथोलाजी, रेडियोलाजी, एआरटी सेंटर, इमरजेंसी वार्ड, डायलिसिस यूनिट आदि का निरीक्षण किया। आयुष्मान भारत पर जोर : अस्पताल में अधिकारियों के साथ बैठक में प्रमुख सचिव चंद्रा का जोर आयुष्मान भारत योजना पर रहा। इसके तहत अस्पतालों में मरीजों को मिल रही सुविधाओं के साथ ही समस्याओं की भी जानकारी ली। इस दौरान अपर निदेशक डा. बीएन सिंह, सीएमओ डा. वीबी सिंह समेत अधिकारी थे।