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CM योगी आदित्यनाथ आज वाराणसी में, योजनाओं की जमीनी हालातों की भी करेंगे पड़ताल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज विकास कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे। कुछ योजनाओं की जमीनी स्थिति की भी पड़ताल करेंगे। कार्यदायी एजेंसियों ने तैयारी पूरी कर ली है। एजेंसियों के लिए कुछ सुखद रहेगा तो कुछ सीएम की तल्खी भी झेलनी तय है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 07:20 AM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 03:12 PM (IST)
CM योगी आदित्यनाथ आज वाराणसी में, योजनाओं की जमीनी हालातों की भी करेंगे पड़ताल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज विकास कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे। कुछ योजनाओं की जमीनी स्थिति की भी पड़ताल करेंगे।

वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज विकास कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे। कुछ योजनाओं की जमीनी स्थिति की भी पड़ताल करेंगे। कार्यदायी एजेंसियों ने तैयारी पूरी कर ली है। एजेंसियों के लिए कुछ सुखद रहेगा तो कुछ सीएम की तल्खी भी झेलनी तय है। योजनाओं की लंबी फेहरिस्त है। सीएम के आदेश के बाद कहीं तेजी से काम हुआ तो कुछ में कोई खास प्रगति नहीं। दशहरा से पहले सड़कों को गड्ढामुक्त करने का फरमान हवा हवाई रहा।

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लापरवाही का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीएम के आगमन से एक दनि पूर्व देररात तक लोक निर्माण विभाग सड़कों पर गड्ढे ढूंढ ढ़ूढ कर भरते दिखा। लाइट एंड साउंड नवम्बर में शुरू करने का आदेश भी फाइल में ही सिमटा रह गया। कुछ सेतु व आरओबी पर काम में तेजी आई पर कुछ पर सुस्सी का आलम छाए रहा। मल्टी लेबल पार्किंग का निर्माण भी वह रफ्तार नहीं पकड़ सका, जो उम्मीद जताई जा रही थी। दिसंबर, 2021 तक बहुतायत योजनाओं को पूरा करने का निर्देश मुख्यमंत्री की ओर से दिया गया है। इसके पीछे मंशा यही है कि सरकार आगागी विधानसभा चुनाव में इन्हीं विकास कार्यक्रमों के बूते पब्लिक के सामने जाए। योजनाओं की प्रगति का हाल कुछ यूं है.....।

गाड़ी चला रहे हैं तो ध्यान दीजिए आप बनारस में हैं...

मुख्यमंत्री ने हाल ही लोक निर्माण विभाग समेत कार्यदायी एजेंसियों को निर्देशित किया था कि दशहरा से पहले सड़कों को बिल्कुल ठीक करा दिया जाए। सड़कें गड्ढामुक्त होनी चाहिए। गलियों को छोडि़ए, मुख्य मार्ग पर भी अनगनित गड्ढे अभी यूं ही पड़े हैं। दशहरा बीत गया। जब सीएम के आने का कार्यक्रम तय हुआ तो लोक निर्माण विभाग पिछले दो दिन से सड़कों पर गड्ढा ढूंढ ढूंढ कर भर रहा है। गड्ढा भरने का भी हाल अजीबों गरीब है। कहीं गिट्टी तो कहीं मिट्टी डालकर छोड़ दिया जा रहा है। रोड पर कौन विभाग कहां कितना बड़ा गड्ढा करके छोड़ देगा। किसी को पता नहीं। दो घंटे पहले जिस रास्ते गए हैं लौटते वक्त सतर्क रहिए। कोई जरूरी नहीं सरपट रोड मिलेगी।

पर्यटक कब सुनेंगे अमिताभ की आवाज

स्थान : सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर परिसर

लागत : सात करोड़ 33 लाख 66 हजार रुपये

एजेंसी - लोक निर्माण विभाग

पूर्ण करने का लक्ष्य योजना : 2018

अल्टीमेट : मुख्यमंत्री ने सितम्बर 2019 में ही जनता को समर्पित करने का दिया था आदेश।

देरी की वजह : लाइट एंड साउंड सिस्टम में बुद्ध का जीवन दर्शन किसकी आवाज में होगी। लंबे समय से इस पर असमंजस बना हुआ है। कभी अभिनेता विजय राज व संगीत एआर रहमान को लेकर चर्चा रहीं। अब एक माह से अमिताभ की आवाज की रिकार्डिंग की बात है। प्रशासन का कहना था कि 22 से 24 अक्टूबर तक सदी के अभिनेता की रिकार्डिंग पूरी कर ली जाएगी। यह अवधि भी बीत चुकी है।

लाभ - सारनाथ में पर्यटक शाम छह बजे के बाद नहीं दिखते हैं। इस योजना के शुरू होने के बाद सारनाथ में देरशाम तक पर्यटकों का जमावड़ा लगने की उम्मीद। एक शो 45 मिनट का रहेगा। ङ्क्षहदी के साथ ही अंग्रेजी भाषा में होगा। एक साथ लगभग दो सौ लोग एक साथ शो देख सकेंगे। पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही राजस्व में बढ़ोत्तरी होनी तय है। इसके साथ ही इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार भी मिलेगा।


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