बनारस में वृहद स्तर पर हुआ इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की वीडियो कांफ्रेंसिंग में समीक्षा
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा वाराणसी मंडल के विकास कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। तीन घंटे से अधिक चली समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने मंडल एवं उसके अंतर्गत वाराणसी गाजीपुर जौनपुर चंदौली में हुए विकास कार्यों का एक-एक करके विस्तार से समीक्षा की।
वाराणसी, जेएनएन। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा वाराणसी मंडल के विकास कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। तीन घंटे से अधिक चली समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने मंडल एवं उसके अंतर्गत जनपद वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली में हुए विकास कार्यों का एक-एक करके विस्तार से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी सहित पूरे प्रदेश में गत 3.5 वर्ष में रिकॉर्ड विकास एवं सामाजिक सहायता के कार्य हुए हैं। जिसमें वाराणसी में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष रूचि एवं संदेश से केंद्र व राज्य सरकार के संयुक्त क्रियान्वयन से वृहद स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ। फलस्वरूप वाराणसी कई क्षेत्रों पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित यहां से जुड़े अन्य प्रदेशों के लिए स्वास्थ्य, कनेक्टिविटी, कृषि एवं हैंडलूम उत्पाद व पर्यटन के क्षेत्र में हब बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बनारस देश दुनिया के नक्शे पर देश-विदेश के पर्यटकों को प्रमुखता से आकर्षित करता है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम निर्माण परियोजना काशी की पौराणिकता, धार्मिकता एवं आध्यात्मिकता को संजोए हुए आधुनिकता एवं नवीनता का अनुपम, भव्य, सुविधायुक्त धाम होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का मां गंगा एवं श्री काशी विश्वनाथ जी के प्रति अगाध विश्वास व आस्था से उनकी मंशा के अनुरूप बन रहे यह धाम विश्व की समस्त भारतवंशियों सहित विदेशियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। यह पर्यटन की दृष्टि से भी आकर्षक, मनमोहक व सजीवटता होगी।
वाराणसी मंडल मे 50 करोड़ से अधिक लागत की कुल 28 परियोजनाएं संचालित
इस वर्ष वाराणसी मंडल मे 50 करोड़ से अधिक लागत की कुल 28 परियोजनाएं संचालित हैं, जिसमें जनपद वाराणसी में 24, चंदौली में 01, जौनपुर में 02 एवं गाजीपुर में 01 हैं। इनकी कुल लागत 8409.33 करोड़ रुपये है। संचालित परियोजनाओं में 11 परियोजनाएं इसी वर्ष दिसंबर 2020 तक, 05 परियोजनाएं मार्च 2021, 10 परियोजनाएं दिसंबर, 2021 तक तथा अवशेष 2 परियोजनाएं दिसंबर, 2021 तक पूर्ण हो जायेगी। अंतरराष्ट्रीय सहयोग से कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष का निर्माण तेजी से हो रहा है। इसी वर्ष दिसंबर, 2020 तक पूर्ण हो जाएगा।
जनपद वाराणसी में 50 करोड़ से अधिक लागत की सड़क व पुल की 8 परियोजनाएं क्रियान्वित हैं। जिसमे 307.77 करोड़ रुपए परियोजना की लहरतारा से फुलवरिया मार्ग पर दो आरओवी, वरुणा पर एक पुल तथा फोरलेन सड़क का कार्य 21 फीसदी हो चुका है। पंचकोशी परिक्रमा मार्ग चितईपुर-जंसा-रामेश्वर-कपिलधारा का 90 फीसदी निर्माण कार्य हो चुका है। वाराणसी रिंग रोड फेज-2 की परियोजना 1354.67 करोड़ लागत की है। यह दिसंबर 2020 तक पूर्ण हो जाएगी। वाराणसी-गाजीपुर के फोरलेन रोड चौड़ीकरण कार्य भी इसी वर्ष के अंत तक पूर्ण हो जाएगा। घाघरा ब्रिज-वाराणसी सेक्शन में फोरलेन सड़क चौड़ीकरण की 785 करोड रुपए की परियोजना भी मार्च 2021 तक पूर्ण हो जाएगी। सुल्तानपुर- वाराणसी सेक्शन में चार लेन सड़क चौड़ीकरण की 806 करोड रुपए की परियोजना भी मार्च 2021 तक पूर्ण हो जाएगी। वाराणसी-औड़िहार सेक्शन में 3 लेन आरओबी फरवरी 2021 में पूर्ण हो जाएगा। वाराणसी सिटी-सारनाथ रेल मार्ग पर कज्जाकपुरा के पास 62.78 करोड़ रुपए से उपरिगामी सेतु निर्माण शुरू हो गया है, दो अगले वर्ष तक बन जाएगा। वाराणसी में गेल द्वारा 345 करोड रुपये की गैस वितरण परियोजना में 19400 घरों में जीआई इंफ्रास्ट्रक्चर लगा दिया गया तथा 3550 घरों में पाइप लाइन से घरेलू गैस आपूर्ति भी हो रही है। 09 सीएनजी स्टेशन कार्य करना शुरू हो गए हैं। 03 स सीएनजी स्टेशन निर्माणाधीन है।
श्री काशी विश्वनाथ धाम का कार्य अगस्त 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा
श्री काशी विश्वनाथ धाम का कार्य तेजी से निर्माणाधीन है, जिसे अगस्त 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। वाराणसी में विद्युत सुदृढ़ीकरण हेतु आईपीडीएस के फेज की 118.20 करोड़ रुपए की परियोजना अगले माह अक्टूबर 2020 में पूर्ण हो जाएगी। अलईपुर विद्युत उपकेंद्र को 56 करोड़ रुपये से निर्माण कराया जा रहा है। इससे बड़ी आबादी को अच्छे वोल्टेज के साथ पर्याप्त बिजली मिलेगी।
स्वच्छ एवं निर्मल गंगा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के तहत वाराणसी के नालो, सीवर, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए गए हैं। 50 एमएलडी का रमना एसटीपी, 10 एमएलडी का रामनगर एसटीपी तथा इसके इंटरसेप्टर कार्य इसी वर्ष पूर्ण हो जाएंगे। वरुणा नदी के चैनेलाइजेशन एवं तटीय विकास परियोजना जो 201.66 करोड़ रुपए लागत की है, इसका लगभग कार्य पूर्ण हो चुका है।चंदौली में राजकीय मेडिकल कॉलेज निर्माण की कार्यवाही की जा रही है। जौनपुर में 554.17 करोड़ रुपए लागत से मेडिकल कॉलेज निर्माण प्रगति पर है। जिसमें 40 फीसदी कार्य हो चुका है। जौनपुर नगर पालिका की 264.7 करोड़ रुपए की सीवरेज योजना का कार्य शुरू हो चुका है और कार्य तेजी से चल भी रहा है। गाजीपुर में राजकीय मेडिकल कॉलेज 220.43 करोड़ रुपये से निर्माण हो रहा है। जिसमें 300 बेडेड टीचिंग हॉस्पिटल होगा। इसका 30 फ़ीसदी कार्य हो चुका है और कार्य तेजी से प्रगति पर है।
स्मार्ट सिटी के तहत 45 परियोजनाएं
स्मार्ट सिटी के तहत 45 परियोजनाएं जिनकी लागत 1001.34 करोड़ रुपये है क्रियान्वित है। जिसमें अब तक विभिन्न कार्यों पर 262.52 करोड़ रुपए व्यय हो चुके हैं। स्मार्ट सिटी के कार्य युद्ध स्तर पर संचालित हो रहे हैं। पर्यटन की दृष्टि से स्मार्ट सिटी में गंगा की समस्त 84 घाटों पर हेरिटेज साइनेज, घाट रिवाइटलाइजेशन एवं फसाड इंप्रूवमेंट, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं घाटों का कल्चरल अपलिफ्टमेंट, गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक स्ट्रीट पेडेस्ट्रियनाईजेशन एवं फुटपाथ सौंदर्यीकरण, खिड़कियां घाट का पुनर्विकास, दशाश्वमेध घाट पर पर्यटक सुविधा और मार्केट कांप्लेक्स का विकास कार्य किया जा रहा है। मंडल में तीन चीनी मिले हैं। जिसमें गाजीपुर में 01, जौनपुर में 02 हैं। गन्ना मूल्य का 15 करोड़ 11 लाख रुपये किसानों को भुगतान किया जा चुका है। जो देय का 79 फीसदी हैं।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने 50 करोड़ से ऊपर धनराशि तथा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जनपद वाराणसी में 10 से 50 करोड़ तक धनराशि परियोजनाओं के प्रगति से मुख्यमंत्री को विस्तार से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों से भी जनपद में चल रहे विकास एवं निर्माण कार्यों के बाबत जानकारी प्राप्त की। बैठक में एमएलसी डॉक्टर लक्ष्मण आचार्य, विधायक कैंट सौरभ श्रीवास्तव, विधायक पिंडरा डॉ अवधेश सिंह सहित वाराणसी में माननीय प्रधानमंत्री जी के संसदीय कार्यालय के पाठक सहित अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।