चुनावी बिगुल बजा गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कई दिनों से थे सक्रिय मंत्रीगण एवं कार्यकर्ता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का घोसी आगमन यूं ही नहीं हुआ। उपचुनाव के मद्देनजर उन्होंने चुनावी बिगुल बजाने में कोई कोताही नहीं किया।
मऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का घोसी आगमन यूं ही नहीं हुआ। उपचुनाव के मद्देनजर उन्होंने चुनावी बिगुल बजाने में कोई कोताही नहीं किया। कई दिनों से प्रदेश सरकार के कई मंत्रीगण की सक्रियता और कार्यकर्ताओं के उत्साह से यह कयास तो लग रहा था कि भाजपा प्रत्याशी की घोषणा भले ही विलंब से करे पर उपचुनाव के पूर्व घोसी को मथ कर एक ऐसी राजनीतिक पिच बनाएगी कि बल्लेबाज कोई भी हो पर बल्ले से छक्का ही निकलेगा।
नौ सितंबर दिन शुक्रवार को तिरंगा यात्रा में प्रदेश सरकार के तीन कैबिनेट मंत्री शामिल हुए तो 12 सितंबर को मंत्री अनिल राजभर ने शासन की योजनाओं की जानकारी देने हेतु आयोजित मेले का विभिन्न स्थानों पर शुभारंभ किया। अगले ही दिन उन्होंने घोसी में कार्यालय का श्रीगणेश किया। एक के बाद भाजपा के ऐसे कार्यक्रमों के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घोसी पहुंचे तो इस सक्रियता को एक मुकाम प्रदान किया। मंच पर आते ही उन्होंने अति पिछड़ा वर्ग के घोसी के विधायक रहे फागू चौहान को बिहार का राज्यपाल बनाए जाने के लिए आमजन को बधाई देने के साथ ही अतिपिछड़ा वर्ग को अपने पाले में खड़ा किया। समाज के अति पिछड़े अंतिम व्यक्ति के चेहरे पर खुशी ही देश के विकास की पहचान होने की बात कह कर लक्ष्य की तरफ एक कदम और बढ़ाया। नारी गरिमा और नारी सशक्तिकरण के तहत महिलाओं को बेहतर माहौल और सुरक्षा देने के साथ ही तीन तलाक को समाप्त किए जाने की उपलब्धि गिनाकर आधी आबादी को अपने पाले में खड़ा करने का प्रयास किया।
अपने ढाई वर्ष के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में दंगा न होने को बेहतर कानून व्यवस्था का प्रतीक बताया। गोरखपुर एवं वाराणसी के बीच स्थित पूर्वांचन के मऊ जिले के विकास के क्षेत्र में पिछडऩे का जिक्र किया तो इस अंतर को पाटने का विश्वास भी दिलाया। महज दो लाइनें ही सपा एवं बसपा के लिए जाया किया तो पूरे संबोधन के दौरान भाजपा की उपलब्धियों को गिना कर जनसमुदाय को चुनावी मोड में ला दिया। संबोधन के अंतिम दौर में एक भारत-श्रेष्ठ भारत का नारा दिया तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर तालियां बजाई।