मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा दरबार में किया आरोग्य मंदिर का शुभारंभ, श्रद्धालुओं के लिए को मिलेगी सुविधा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नवरात्र के पहले दिन रविवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे । जहां उन्होंने कारमाइकल लाइब्रेरी के भूखंड पर बनाए गए अस्पताल आरोग्य मंदिर का उद्घाटन किया।
वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नवरात्र के पहले दिन रविवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे । जहां उन्होंने कारमाइकल लाइब्रेरी के भूखंड पर बनाए गए अस्पताल आरोग्य मंदिर का उद्घाटन किया। उन्होंने बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन किए। बाबा विश्वनाथ पर चढ़े हुए पुष्पों एवं पत्तियों से निर्मित अगरबत्ती का लोकार्पण भी सीएम ने किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री बड़ी गैबी स्थित राज्य सरकार के मंत्री डाक्टर नीलकंठ तिवारी के आवास पर भी पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री ने मंत्री के माता के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त किए। यहां से लौटते समय मुख्यमंत्री रास्ते में रथयात्रा स्थित वरिष्ठ अधिवक्ता त्रिपुरारी शंकर के आवास पर जाकर मुलाकात किए। तत्पश्चात वह शहीद उद्यान के पास गांधी नगर में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जसवीर सिंह के आवास और जेपी मेहता स्कूल कचहरी के पास ज्योतिषाचार्य प्रो. नागेंद्र पांडेय के भी घर गए। नगर के इन तीनों गणमान्य नागरिकों को मुख्यमंत्री अनुच्छेद 370 व 35 ए से संबंधित साहित्य देकर केंद्र सरकार का पक्ष रखा। उसके बाद मुख्यमंत्री सर्किट हाउस आएंगे और सुबह साढ़े दस बजे पुलिस लाइन हेलीपैड से महराजगंज के लिए रवाना हो गए।
सुबह आठ से रात आठ बजे तक मिलेगी चिकित्सा सुविधा
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर द्वारा श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए अस्थायी अस्पताल को आरोग्य मंदिर नाम दिया गया है। नयति हेल्थ केयर की चेयरपर्सन नीरा राडिया करेगा संचालन। श्रद्धालुओं तथा आमजन को आवश्यकता पड़ने पर प्राथमिक उपचार मिलेगा। इसमें डॉक्टरों, नर्सों, टेक्नीशियन, पैरामेडिकल स्टाफ की 25 सदस्यों टीम सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक सेवा देगी। आरोग्य मंदिर की ओपीडी में बुखार, सिरदर्द या स्वास्थ्य संबंधी अन्य किसी परेशानी के लिए इलाज प्रदान किया जाएगा। गंभीर मरीजों को प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्पताल या बीएचयू रेफर कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री पहुंचे नीलकंठ तिवारी के आवास
वाराणसी: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ सूबे के पर्यटन, धर्मार्थ राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी के आवास सुदामा पुर शोक संवेदना व्यक्त करने रविवार को पहुंचे। वहां उन्होंने उनकी दिवंगत माता लाली देवी के चित्र पर माल्यार्पण किया और पिता ओमकार तिवारी से मिलकर सांत्वना दी। इस दौरान विधायक सौरभ श्रीवास्तव, अनिल राजभर, केदारनाथ सिंह, सुनील ओझा, सुशील सिंह, अशोक धवन, आलोक श्रीवास्तव, प्रभात सिंह आदि उपस्थित थे। इस दौरान जल जमाव क्षेत्र बड़ी गैबी के दर्जनों लोग जल निकासी के मांग के लिए पानी मे खड़े हो कर विरोध कर रहे थे। मंत्री के आवास के समक्ष लगे जलजमाव को निकालने में जलकल विभाग के छक्के छूट गए।
बाबा पर चढ़ने वाले पुष्प से बने अगरबत्ती का भी किया उद्घाटन
बाबा के दर्शन के बाद मंदिर के गेस्ट हाउस में योगी ने मीडिया से बात की और कहा कि दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी व सांस्कृतिक राजधानी है। हम सब की काशी व देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कर्म भूमि भी है। काशी की पहचान काशिधाम से है इस योजना को जिस तरह से आगे बढ़ाया जा रहा है वह एक नेक पहल है ।
इसके बाद योगी ने अस्पताल के बारे में कहा कि आने वाले भक्तों के लिए यह अस्पताल खोला गया है। बाबा पर चढ़ने वाले पुष्प व धतूरा से मन्दिर व आईटी सेल ने अगरबत्ती बनाई है उसका भी उद्घाटन कर कहा कि यह बड़ा कार्य है जो पुष्प वगर भारी मात्रा में बाबा पर चढ़ते थे अब वह कार्य मे लिये जा रहे है इस कार्य से महिलाओं को आने वाले समय मे रोजगार मिलेगा और साथ ही अन्य देवालयों में भी इस पर काम होगा।
रात करीब दस बजे पहुंचे एयरपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को रात करीब दस बजे बाबतपुर एयरपोर्ट उतरने के बाद सड़क मार्ग से सर्किट हाउस पहुंचे। रात्रि विश्राम के बाद मुख्यमंत्री सुबह बाबा दरबार के लिए निकले। मुख्यमंत्री रविवार सुबह साढ़े दस बजे तक शहर में रहेंगे। इस दौरान उनका कार्यक्रम बहुत ही व्यस्त है।
भाजपाइयों संग बनाई रणनीति
रात्रि में ही सर्किट हाउस पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों संग बैठक कर दो अक्टूबर को होने वाली पदयात्रा के संबंध में रणनीति भी बनाई। इसमें भाजपा के काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा व महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि व सभी मंत्री व विधायक मौजूद थे।