Move to Jagran APP

एक सप्ताह में सफाई व्यवस्था ठीक करने की मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने दी चेतावनी Varanasi news

गोरखपुर से मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार की शाम वाराणसी पहुंचे अपने दो दिनी दौरे में सीएम शहरी विकास योजनाआें की भी करेंगे पड़ताल।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 11:35 AM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 11:47 PM (IST)
एक सप्ताह में सफाई व्यवस्था ठीक करने की मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने दी चेतावनी Varanasi news
एक सप्ताह में सफाई व्यवस्था ठीक करने की मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने दी चेतावनी Varanasi news

वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों की निगरानी स्‍वयं मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ही कर रहे हैं। गुरुवार की शाम को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ विकास कार्यों की जमीनी हकीकत को देखने के लिए एक बार फ‍िर वाराणसी पहुंचे। जिला प्रशासन के मुताबिक मुख्यमंत्री गोरखपुर से चल कर गुरुवार की शाम पांच बजे के करीब पुलिस लाइन हेलीपैड पर उतरे। इसके बाद सर्किट हाउस में विकास कार्यों की प्रगति व कानून व्यवस्था की मैराथन समीक्षा बैठक किए।

loksabha election banner

 सफाई के लिए नगर आयुक्त और महापौर प्रतिदिन सुबह निकलें और मौके पर जांच कर आवश्यक कार्रवाई करें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट रूप से चेताया कि एक सप्ताह में नगर की सफाई व्यवस्था पटरी पर लाएं। नगर आयुक्त और महापौर प्रतिदिन सुबह निकलें और मौके पर स्थिति को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करें। यह बहुत ही चिंता का विषय है कि नगर निगम के पास सफाई कर्मियों की फौज है और 90 वार्ड में सफाई व्यवस्था बेपटरी है। विकास आदि कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक समीक्षा हो ताकि कमियों और प्रगति का पता चलता रहे।
मुख्यमंत्री योगी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से करीब आधे घंटे की देरी से गोरखपुर से चल कर पुलिस लाइन हेलीपैड पर पहुंचे। इसके बाद सीधे सर्किट हाउस पहुंच कर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक शुरू की। तीन घंटे चली मैराथन बैठक में मुख्यमंत्री ने शाही नाला की सफाई एवं अन्य सीवर संबंधित कार्यों में गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा कार्यों में अपेक्षित तेजी नहीं लाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के महाप्रबंधक एसके सिंह को चेताते हुए युद्धस्तर पर कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। अधिकारियों को चेताया कि आप जो दावे कर रहे हैं उसे जांचने अगले सप्ताह प्रमुख सचिव नगर विकास आएंगे। यहां पर नमामि गंगे, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई आदि योजनाओं में जो समस्या आ रही है उसे मौके पर ही दूर करेंगे। समन्वय स्थापित कर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराएंगे। ताकि शाही नाला की सफाई, सीवरेज निर्माण कार्य आदि में अपेक्षित तेजी आ सके। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों से जुड़े विभागों को गुणवत्ता के साथ वक्त पर कार्य पूरा करने के लिए निर्देशित किया तो वहीं जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों तक हर हाल में पहुंचाने के लिए चेताया। इससे विलंब होता है और आमजन को परेशानी आती है, तो संबंधित कार्यदाई संस्था व ठेकेदार दोनों के विरुद्ध एफआइआर कर कार्रवाई होगी। ठेका लेकर कार्य नहीं करने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट के साथ एफआइआर की जाएगी। इस दौरान सभी विभागीय अधिकारियों समेत जनपद के जनप्रतिनिधि और मंत्री आदि मौजूद रहे।

प्रत्येक सप्ताह चलाएं अभियान

मुख्यमंत्री योगी ने कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि अपराधियों पर कड़ाई से लगाम लगाएं। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए मजबूत पैरवी हो। हर सप्ताह कोई ना कोई अभियान जैसे यातायात जागरूकता, सड़क सुरक्षा, एंटी रोमियो, बालिका सुरक्षा जागरूकता, मादक द्रव्य विरोधी आदि अभियान चलाया जाए। इससे लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगेगा। जो सूची भू-माफिया की तैयार की गई है उस पर कार्रवाई करें। कानून व्यवस्था से जुड़ी समस्या को समय रहते निबटा लें ताकि वह बड़ी समस्या न बनने पाए।

रात करीब सवा नौ बजे मुख्यमंत्री की बैठक खत्म हुई। इसके बाद मुख्‍यमंत्री ने खाना खाया। कुछ देर बाद शहर के विकास कार्यों का भौतिक सत्‍यापन करने के लिए निकले। सबसे पहले काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण करने सीएम योगी पहुंचे। इस दौरान उन्‍होंने अब तक हुए विकास कार्यों की जानकारी प्राप्‍त की और जरूरी दिशा निर्देश दिए।

सीएम ने कहा, बढ़ाएं बाबा  दरबार विस्तारीकरण की गति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ का दर्शन किया। कारिडोर देखा और मंदिर विस्तारीकण की गति बढ़ाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री का काफिला रात 10.02 बजे छत्तादार पहुंचा। कार से उतरे। इस दौरान कारमाइकल लाइब्रेरी से सटे भवन का ध्वस्तीकरण हो रहा था, उसका दूर से ही अवलोकन किया। परिसर पर नजर दौड़ाते गर्भगृह पहुंचे और बाहर से ही बाबा को नमन किया। मंदिर के अर्चक ने उन्हें प्रसाद में कमल का फूल प्रदान किया। ठीक तीन मिनट बाद नीलकंठ द्वार से कारिडोर में प्रवेश कर गए। इस दौरान सीईओ विशाल सिंह से कार्य प्रगति के संबंध में जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि डीपीआर शासन को भेजी जा चुकी है। कैबिनेट में पारित होने के बाद टेंडर की कार्रवाई शुरू की जाएगी। सीएम ने राच्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. नीलकंठ तिवारी समेत आला अफसरों से बातचीत की और 10.18 बजे ज्ञानवापी होते प्रस्थान कर गए। इस दौरान स्वागत के लिए गेट पर जुटे लोगों का उन्होंने हाथ हिला कर अभिवादन स्वीकार किया। 

  कालभैरव मंदिर में सीएम ने अगरबत्ती व कपूर से आरती की। भैरवाष्टक के मंत्रों के बीच पूजन किया और तेल उतारा। महंत नवीन गिरी के संयोजन में पूजन कराया गया। मंदिर की ओर से दुपïट्टा व प्रसाद भेंट किया गया।

मुख्यमंत्री ने सुपरस्पेशियालिटी का किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीएचयू के सुपरस्पेशियालिटी का निरीक्षण करने पहुंचे जहां बीएचयू के अधिकारियों ने मॉडल से अस्पताल के बारे में बताया। इसके बाद ओपीडी का निरीक्षण करने के बाद लौट गए और किसी तरह की कमी न रहने के निर्देश दिए। साथ में राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी और मंत्री रविन्द्र जायसवाल भी रहे। पूर्वांचल की जनता के लिए बहुप्रतीक्षित सरसुन्दर लाल परिसर में बने सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल में मरीजों को विशिष्ट चिकित्सा का लाभ मिलेगा। यहां न्यूरोलॉजी, आर्थोपेडिक, गैस्ट्रोलॉजी,  यूरोलॉजी, सहित कुल 8 विभागों की ओपीडी संचालित की जायेगी। 200 करोड़ की लागत से तैयार इस हॉस्पिटल में 430 बिस्तर के अलावा अत्याधुनिक सुविधा से लैस 13 मॉड्यूलर ओटी के अलावा 69 बिस्तर का आईसीयू प्रस्तावित है। 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इसका शिलान्यास किया था। 2017 में भूमिपूजन हुआ था अपने तय समय से करीब सात माह पीछे चल रहे इस योजना में भवन निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है । इस भवन के निर्माण में 135 करोड़ की लागत आयी है। यहां 45 करोड़ के चिकित्सकीय उपकरण स्थापित किये जायेंगे।फरवरी 2019 में ही आनन फानन में ओपीडी का संचालन किया गया था जो दुर्व्यवस्था के चलते बन्द करनी पड़ी थी। इस अवसर पर बीएचयू के एमएस डॉ एसके माथुर, डायरेक्टर प्रो.आरके जैन भी रहे।

सीएम ने प्रोजेक्टर पर देखा रुद्राक्ष का ब्लू प्रिंट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार की रात जब विकास कार्यों की प्रगति जानने निरीक्षण पर निकले तो रात साढ़े 10 बजे नगर निगम मुख्यालय के बगल में बन रहे रुद्राक्ष को देखा। जापानी तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी में बन रहे इस कंवेंशन सेंटर के ब्लू प्रिंट को प्रोजेक्टर पर दिखाया गया। कार्य की प्रगति देख सीएम ने सराहना की।
जापानी तकनीकी विशेषज्ञों ने बताया कि 50 फीसद कार्य हो चुका है। मई 2020 तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा। करीब नौ मिनट के निरीक्षण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्य की गुणवत्ता व टाइल लाइन को लेकर सचेत भी किया। यह कंवेंशन सेंटर जापानी के सहयोग से बन रहा है। इसके लिए जापान सरकार ने 130 करोड़ रुपये अनुदान में दिया है। 1200 लोगों की क्षमता वाले इस कंवेंशन सेंटर को बनाने के लिए जापानी तकनीकी विशेषज्ञों ने यहीं पर डेरा डाला है। स्थानीय स्तर पर सीपीडब्ल्यूडी सहयोग में लगी है जो मैन पावर के अलावा संसाधन उपलब्ध करा रही है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह, नगर आयुक्त आशुतोष कुमार द्विवेदी समेत अन्य अफसर मौजूद थे। 

चौकाघाट फ्लाईओवर का निरीक्षण

विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण करने के दौरान वह रास्ते में पडऩे वाले चौकाघाट फ्लाईओवर, टूटी गड्ढायुक्त सड़कें, जगह-जगह कूड़ा, जल जमाव जैसे  खस्ताहाल शहर को भी देखा। इसी प्रकार रास्ते से हट कर फुलवरिया फोरलेन को भी देखने गए। मुख्यमंत्री बनारस में ही रात्रि विश्राम के लिए ठहरे। अगले दिन शुक्रवार को लखनऊ जाएंगे इसलिए उनके पास पूरा समय है कि वह जमीनी हकीकत से वाकिफ हो सकें। 

मुख्यमंत्री के कुछ प्रमुख निर्देश
-विकास कार्य समयबद्ध, मानक व गुणवत्ता से पूर्ण हों
-धन की जरूरत पर तत्काल शासन को अवगत कराएं। 80 फिरती कार्य पूर्ण होने पर दूसरी किस्त मांग लें
-छोटे-छोटे कार्य से ही व्यापक सुधार दिखता है, इसका ध्यान रखें
-रिंग रोड के साथ इंफ्रस्ट्राक्चर के कलस्टर विकसित करें
-निर्माण कार्य के दौरान ही समय-समय पर गुणवत्ता की जांच कराएं
-काशीवासियों को निराश्रित गोवंश गोद दिलाएं
-लहरतारा-फुलवरिया फोरलेन की 1975 से हो रही मांग आज पूरी हो रही
-पीएसी की नावों को सीएनजी से चला कर दूसरी नावों को भी कन्वर्ट किया जाए।
-मुख्यमंत्री आवास योजना में मुसहरों के आवास बनेंगे। कोई छूटेगा नहीं
-पालिथीन हर हाल में बैन किया जाए।
 -बीटीसी व बीएड के छात्रों को प्राइमरी स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों पर पढ़ाने भेजा जाए।
- हर घर नल योजना के लिए स्किल डेवलपमेंट में पलम्बरिंग कोर्स का ट्रेड होगा। इससे युवाओं को बड़ा रोजगार मिलेगा।
-जल शक्ति अभियान, स्कूलों का काया कल्प, मत्स्य पालन आदि कि मुख्यमंत्री ने सराहना करते हुए कहा वीडियो फिल्म बनाएं जो दूसरों का अनुकरणीय होगा


इन विभागों और कार्यों की हुई समीक्षा

मुख्यमंत्री ने जनपद में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा की। इसमें सुल्तानपुर-वाराणसी फोरलेन चौड़ीकरण, वाराणसी गाजीपुर फोरलेन चौड़ीकरण, वाराणसी रिंग रोड फेज 2, शहरी गैस वितरण योजना, कन्वेंशन सेंटर, वैदिक विज्ञान केंद्र, रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ आफर्थल्मोलॉजी, सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल, बीएचयू कैंसर इंस्टिट्यूट के आवासीय भवन, 100 बेड का मेटरनिटी विंग, रामनगर चिकित्सालय का उच्चीकरण, पांडेपुर चिकित्सालय निर्माण, सीस वरुणा, स्मार्ट सिटी के अंतर्गत कान्हा उपवन, स्किल डेवलपमेंट सेंटर निर्माण, विभिन्न वाहन पार्किंग, सारनाथ में प्रकाश-शो, गंगा प्रदूषण नियंत्रण के विभिन्न कार्यों, विभिन्न सेतु के निर्माण कार्य, विभिन्न सड़कों के चौड़ीकरण कार्य, आइटीआइ राजातालाब, वरुणा नदी चैनेलाइजेशन आदि की बिंदुवार प्रगति की जानकारी ली।


 काशी में कार्य करने के सौभाग्य का आनंद लें
अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने नसीहत देते हुए कहा कि वाराणसी में काम करने का अवसर बड़ा सौभाग्य है। इसे जिम्मेदारी से करें। इसका अपने जीवन में आनंद लें। वाराणसी में दुनिया आती है। यहां की गतिविधि विश्व में तेजी से फैलती हैं। गत चार-पांच वर्षों में प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप यहां विकास के रिकार्ड कार्य हुए। सरकार केंद्र की समस्त योजनाओं को सफलता से लागू कर रही है। धरातल पर अच्छा प्रभाव दिख रहा है और काशी- बनारस का विश्व स्तर पर विकास व सुविधाओं की दृष्टि से ख्याति फैली है।  पिछले दो वर्षों में लगातार पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है।
 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.