सारनाथ में धर्मराजिका स्तूप की रासायनिक धुलाई, दस दिन मेंं अपनी रंगत में दिखने लगेगा पुरातात्विक अवशेष
सारनाथ पुरातात्विक खंडहर परिसर में बौद्ध धर्म की आस्था का केंद्र धर्मराजिका स्तूप की सोमवार को रासायनिक धुलाई शुरू कर दी गई।
वाराणसी, जेएनएन। सारनाथ पुरातात्विक खंडहर परिसर में बौद्ध धर्म की आस्था का केंद्र धर्मराजिका स्तूप की सोमवार को रासायनिक धुलाई शुरू कर दी गई। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से इसके लिए पटना स्थित विज्ञान शाखा के विशेषज्ञ दल को जिम्मेदारी दी गई है। इसमें दो दर्जन से अधिक कारीगर लगाए गए हैैं। माना जा रहा है कि दस दिन में स्तूप अपनी असल रंगत में आ जाएगा। साथ ही प्राचीन अवशेषों की भव्यता बनी रहेगी। वास्तव में पुरातात्विक अवशेष धर्म राजिका स्तूप पर धूल-धूप व बरसात के कारण काई व गंदगी-धब्बे हो गए थे। कई वर्षों से इसकी समुचित सफाई नहीं की गई थी। इससे विभाग की भी किरकिरी हो रही थी। ऐसे में रासायनिक धुलाई का निर्णय लिया गया। इसमें अमोनिया, नान आइनिक डिटर्जेंट के साथ पानी का सही अनुपात में मिश्रण कर सफाई की जा रही है।