Railway : दलालों पर अंकुश से आसान होगी तत्काल टिकट की उपलब्धता, आधा दर्जन दलालों पर कार्रवाई
ट्रेनों के आरक्षित टिकट दलालों पर सुरक्षा एजेंसियों के वार से तत्काल टिकट की उपलब्धता आसान हो जाएगी। वाराणसी रेल मंडल के सुरक्षा बल प्रशासन ने ई-टिकट बनाने वालों की निगरानी शुरू कर दी है। आरपीएफ व सीआइबी की संयुक्त टीम बनाई गई है।
आजमगढ़, जेएनएन। ट्रेनों के आरक्षित टिकट दलालों पर सुरक्षा एजेंसियों के वार से तत्काल टिकट की उपलब्धता आसान हो जाएगी। वाराणसी रेल मंडल के सुरक्षा बल प्रशासन ने ई-टिकट बनाने वालों की निगरानी शुरू कर दी है। आरपीएफ व सीआइबी की संयुक्त टीम बनाई गई है। यह टीम जिले में जगह-जगह छापेमारी कर ई-टिकट कारोबारियों की धर-पकड़ शुरू कर दी है। अभियान चलाकर एक माह में अब तक आधा दर्जन टिकट दलालों पर कार्रवाई की जा चुकी है। इन दलालों के चलते लोगों को तत्काल टिकट नहीं मिल पा रहा है।
तत्काल टिकट हथियाने के लिए एजेंट कई प्रकार के साफ्टवेयर का उपयोग करते हैं। यह साफ्टवेयर अपनी तेज स्पीड के कारण कुछ ही सेकेंड में सैकड़ों टिकट बुक करा लेते हैं। उन्हीं टिकटों को भारी-भरकम कमीशन के साथ ऊंचे दामों पर बेचा जाता है। उच्चाधिकारियों के संज्ञान लेने पर जिले में धर-पकड़ अभियान चलाकर टिकटों की कालाबाजारी करने वालों की नकेल कसी गई। आठ सितंबर को बिलरियागंज में छापेमारी कर एक ट्रवेल्स एजेंसी संचालक को गिरफ्तार किया। 11 सितंबर को छापेमारी में एक ट्रवेल्स व जनसेवा केंद्र संचालक को टिकट की कालाबाजारी के आरोप में गिरफ्तार किया। इसके बाद निजामाबाद में जनसेवा केंद्र संचालक दो भाइयों को गिरफ्तार किया। सुरक्षा एजेंसियों की सिलसिलेवार कार्रवाई से टिकट दलालों में हड़कंप मचा है। आरपीएफ प्रभारी रमेश चंद्र मीणा ने बताया कि यह अभियान टिकट की दलाली कार्य बंद होने तक जारी रहेगा।
त्योहारों पर टिकट का टोटा
एक ओर कोरोना संकटकाल के बाद अब अनलॉक शुरू होने के बाद ट्रेनों को गति देने का प्रयास जारी है तो दूसरी ओर दीवाली और छठ तक के लिए ट्रेनों में बुकिंग का दौर जारी है। ऐसे में रेलवे के प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष आम जनता को ट्रेनाें में सीटें दिलाने की प्राथमिकता आ गई है। लिहाजा दलालों पर अंकुश लगाना अब जरूरी त्योहारों की वजह से हो गया है।