Coronavirus से लडऩे के लिए लोगों के व्यवहार में परिवर्तन बड़ी चुनौती, बोले वाराणसी के जिलाधिकारी
दैनिक जागरण की ओर से आयोजित प्रश्न प्रहर में वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाना बड़ी चुनौती है।
वाराणसी, जेएनएन। लॉकडाउन के चलते जनता और जिला प्रशासन के बीच संवाद की कड़ी टूट गई है। जनता और अधिकारियों के बीच इस टूटी कड़ी को दैनिक जागरण अपने प्रश्न पहर कार्यक्रम के तहत जोड़ रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने प्रश्न पहर कार्यक्रम के तहत दैनिक जागरण के पाठकों से उनकी समस्याओं को समझा और उनका निदान किया।
प्रश्न पहर के दौरान जागरूक पाठकों ने शहर में लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर कई सवाल किए जिसका जवाब भी उन्हें जिलाधिकारी ने दिया। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाना बड़ी चुनौती है। सरकार ने बता दिया कि जब तक इसकी दवा, वैक्सीन नहीं बन जाती, इससे लडऩे के लिए कौन-कौन से उपाय अपनाने चाहिए। लोगों को जगह-जगह थूकने की आदत बंद करनी होगी। घर हो या कार्यस्थल, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा। दिनचर्या सुधारने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करना होगा।
सवाल - मुंबई में वाराणसी व आसपास के कई छात्र फंसे हैं। उनके परिजन घबरा रहे। मुंबई से कैसे उन्हें लाया जाए।
-शशांक, चोलापुर
जवाब- गैर राज्यों में फंसे लोगों को उनके मूल आवास छोडऩे के लिए ट्रेनें चलनी शुरू हो गई है। मुंबई के प्रशासन से बात करें, उनके यहां भी कोई न कोई पोर्टल शुरू हुआ है ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए। चिंता न करें मुंबई में जो लोग फंसे हैं, उनसे कहें कि वे वहां के लोकल प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करें।
सवाल - महाराष्ट्र में घर वाले फंसे हैं, उन्हें कैसे लाएं।
- प्रेमशंकर, बड़ागांव
जवाब- यदि अपने वाहन से लेने जाना चाहते हैं तो वाराणसी से ई-पास बनवा लें। इसके लिए रायफल क्लब में अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। मेडिकल जांच के बाद वाहन से लेने जा सकते हैं।
सवाल- बेटी ठाणे, मुंबई में है, अपने वाहन से मुंबई से लाना चाहते हैं।
- योगेश, साकेत नगर
जवाब- वाराणसी के पोर्टल पर ई-पास में विवरण दर्ज कर रायफल क्लब में अधिकारी के समक्ष उपस्थित हों।
सवाल- चिकेन-मटन की बिक्री नहीं हो रही। मीट की बिक्री पर लगी पाबंदी कब हटेगी
-स्वराज अहमद, लोहता
जवाब- खुले में बिकने वाले सभी सामान पर पाबंदी है। किस पक्षी, किस जानवर में वर्तमान में कौन सा रोग हो रहा, अभी कहना मुश्किल है। वर्तमान समय में मीट का सेवन घातक हो सकता है।
सवाल- लॉकडाउन के चलते रेस्टूरेंट का कारोबार ठप है। आजीविका चलानी मुश्किल हो गई है। सरकार की तरफ से कोई पैकेज मिलेगा क्या।
- सुशांत भट्टाचार्य, शिवाला
जवाब- अभी निराश्रितों के लिए ही सरकार व्यवस्था कर रही है। तीन माह से एक-एक हजार रुपये प्रतिमाह श्रमिकों के खाते में भेजे गए हैं। उज्ज्वला के लाभार्थियों को सिलेंडर के साथ ही जनधन खाताधारकों के खाते में पैसे दिए जा रहे हैं। जिनके भी रोजगार प्रभावित हुए उनके लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। खाने-पीने वाली चीजों में संक्रमण का अधिक खतरा है। ऑनलाइन होम डिलीवरी की व्यवस्था जल्दी शुरू होगी।
सवाल- बीवी-बच्चे लखनऊ में फंसे हैं। रिजर्व गाड़ी से उन्हें लेकर कैसे आएं।
-- इम्तियाज अहमद पहडिय़ा
जवाब- वाराणसी से पास बन जाएगा, आप ई-पास के जरिए आवेदन करिए।
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सवाल -डीरेका परिसर में सुअर और मच्छरों का आतंक है। घर में रहना मुश्किल हो गया है।
- सोनल पांडेय, डीरेका
जवाब - डीरेका प्रशासन को इस बाबत पूर्व में भी साफ-सफाई के साथ ही सुअरों को बाड़े में रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया था। एक बार उन्हें निर्देश दिया जा रहा।
सवाल- कापी-किताब की दुकानें दो दिन ही खुलने का आदेश हुआ है। ऐसे में दुकानों पर भीड़ लगने का अंदेशा है।
- रोहित आनंद, सुंदरपुर
जवाब- पांच दिन शटर डाऊन करके विक्रेता होम डिलीवरी कर सकते हैं। स्कूलों को भी निर्देश दिए गए है कि वे अपने शैक्षणिक परिसर से कापी-किताब बांट सकते हैं।
सवाल- ब्यूटी पार्लर के लिए लोन लिया था। कमाई नहीं हो रही लेकिन उनके खाते से हर माह लोन रकम कट जा रही।
- सुनीता, भोजूबीर
जवाब- लोन की रकम अभी नहीं काटी जाए, इसके लिए आपको अपने बैंक से लिखित अनुरोध करना होगा।
सवाल- पान की मंडी कब खुलेगी, पान का कारोबार बुरी तरह प्रभावित हो रहा।
- अंजनी चौरसिया, पान दरीबा
जवाब- हाॢटकल्चर फसल में पान आता है। तंबाकू तो नहीं डाल पाएंगे लेकिन सादा पान की बिक्री एकाध हफ्ते में शुरू हो जाएगी।
सवाल- इंकम टैक्स से जुड़े अधिवक्ताओं के पास इस समय अधिक काम होता है। लॉकडाउन में बंदी के चलते चेंबर नहीं आ सकते। पास की व्यवस्था हो।
-राजीव श्रीवास्तव, इनकम टैक्स बार एसोसिएशन
जवाब- एडीएम प्रशासन से पास हासिल कर सकते हैं। लॉकडाउन में प्रत्येक सप्ताह में दो दिन के लिए अपने ऑफिस खोल सकते हैं। बार से जुड़े वकीलों की संख्या एक बार में एक तिहाई होनी चाहिए।
सवाल- पान व उससे संबंधित मैटेरियल की मंडी, दुकानें कब तक खुलेंगी।
- सैयद जावेद, पान दरीबा
जवाब- जल्दी ही पान को लेकर आर्डर जारी होंगे। अभी देखा जा रहा कि पान मंडी में कितनी दुकानें हैंं, एक बार में कम से कम कितनी दुकानें खुल सकती हैं। मंडी व पान विक्रेता के बीच ऑनलाइन आर्डर की व्यवस्था लागू करने पर विचार चल रहा। एक हफ्ते में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
सवाल- फैक्ट्री को खोलने के लिए क्या आदेश है। काम कैसे कराया जाए।
- सेनापति ओझा, रामनगर
जवाब- ग्रामीण इलाकों फैक्ट्री तीन शिफ्ट में खुल सकते हैं। सभी फैक्ट्री मालिक चाहे तो तीन शिफ्ट में 24 घंटे कारखाना संचालित कर रोजगार पैदा कर सकते हैं। मजदूरों को काम मिलेगा तो उनकी आय भी होगी। काम के दौरान शारीरिक दूरी के मानक का पालन अवश्य हो।
सवाल: फीस के साथ-साथ बच्चों को स्कूल ले जाने वाले वाहन के चालक भी ट्रांसपोर्ट के रुपये मांग रहा।
- प्रणाली भटटाचार्य, हनुमान घाट।
जवाब- प्रबंधन को भी शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को वेतन देने का संकट हो गया है। फीस की रकम थोड़ी-थोड़ीकर दीजिए। वाहन शुल्क के लिए कोई दबाव नहीं बना सकता।
सवाल- प्राइवेट अस्पताल में मरीज नहीं देखे जा रहे। मरीज अपने मन से दवा लेने को मजबूर है।
- गौरव राठी, जवाहर नगर, भेलूपुर
जवाब- शहर के 27 अस्पताल कोरोना से संबंधित ट्रेनिंग ले चुके। उन्हें ओपीडी चालू करने का निर्देश दिया गया है। 20 और अस्पताल का प्रशिक्षण चल रहा। प्रशिक्षण पूरा होते ही ये भी अपनी सेवाएं देना शुरू कर देंगे।
सवाल- होटल कर्मचारियों को उनके वेतन का 35 प्रतिशत ही दिया जा रहा। कर्मचारियों को पूरा वेतन कैसे मिलेगा।
- एक होटल कर्मचारी
जवाब- होटल मालिक भी आपके परिवार का ही एक सदस्य है। उसपर भी संकट है जिसे आप भी बखूबी समझ रहे होंगे। इस समय सभी को मिलजुल एक दूसरे का सहयोग करना होगा। आज वह कम दे रहे, कारोबार शुरू होगा तो पूरी भरपाई हो जाएगी।
सवाल- बीएचयू में वर्किंग व क्वारंटाइन किया गया मेडिकल स्टाफ एक साथ ही ट्रामा सेंटर के हास्टल में रखे जा रहे। इससे वर्किंग स्टाफ में भय का माहौल है। अस्वस्थ होने के बाद भी काम लिया जा रहा है।
- अमित श्रीवास्तव, सुंदरपुर
जवाब- कोरोना वार्ड में काम करने वालों की थर्मल स्कैनिंग काम शुरू होने से पहले और समाप्त होने के बाद अनिवार्य किया गया है। 14 दिन तक ड्यूटी करने के बाद 14 तक क्वारंटाइन किए गए सभी मेडिकल स्टाफ का 28 दिन बाद कोरोना टेस्ट होगा। डीडीयू में 51 लोगों का हो चुका है।
सवाल- स्कूल निर्माण में लगे थे, अब काम बंद है। कमाई नहीं हो रही, बिहार स्थित अपने घर जाना चाहते हैं।
खालिद, सिंधौरा
जवाब- वाराणसी के पोर्टल पर मौजूद ई-पास के लिंक पर जाकर अपना विवरण दर्ज करा दें। बिहार के लिए जाने वाली ट्रेन-बस में बैठाने की व्यवस्था होते ही सूचित कर दिया जाएगा।
सवाल- इलेक्ट्रानिक्स आइटम की दुकान है। घर से दुकान जाने के लिए पास कैसे मिलेगा।
- अम्बरीष, लंका
जवाब- दुकान से संबंधित कागजात पास का काम करेंगे। निर्धारित दिन-समय पर ही दुकान खोलने के लिए घर से बाहर निकलें।
मां ने छोड़ दिया पान
प्रश्न पहर में सारनाथ के आशुतोष सिंह और अधिवक्ता ज्योति सिंह ने जिलाधिकारी को वाराणसी के लिए की गई व्यवस्था पर धन्यवाद देते हुए बताया कि जब से वाराणसी में पान पर पाबंदी लगी, मां पहले घबराई लेकिन फिर कहा सबकी भलाई के लिए पान बंद। कई दिन हो गए लेकिन उन्होंने पान नहीं खाया। लॉकडाउन की सबसे बड़ी उपलब्धि यहीं रही कि मां ने पान खाना छोड़ दिया।