PM Narendra Modi के आह्वान के बाद बदली तस्वीर, गरीबों को एक रुपये में मिलेगा सैनिटाइजर
PM Narendra Modi के आह्वान के बाद आजमगढ़ के कारोबारियों ने तस्वीर बदल दी है। गरीबों को एक रुपये में सैनिटाइजर मिलने लगा है।
आजमगढ़ [राकेश श्रीवास्तव]। कोरोना संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन-3 में नियम तहत कुछ घंटों के लिए आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलने लगी हैं। बाजार भले ही रफ्तार न पकड़ा पाया हो लेकिन बदलाव के रंग दिखने लगे हैं। कारोबारी आपदा को अवसर में बदलने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। इसी का परिणाम है कि बोतलों से निकलकर सैनिटाइजर अब पाउच में दुकानों पर सजने लगा है। महज एक रुपये में कोई भी इसको क्रय कर जेब में रख सकता है। इस बदलाव से गरीबों को जानलेवा वायरस से लडऩे में बड़ी राहत मिली है। सैनिटाइजर का यह छोटा पैक बड़ा धमाका कर रहा है। कारोबारियों के आंकड़ों पर विश्वास करें तो जिले में करीब 50 हजार पाउच की रोजाना बिक्री हो रही है।
पीएम के आह्वान पर बदली तस्वीर
प्रधानमंत्री ने जानलेवा कोरोना वायरस संग दो-दो हाथ करते हुए विकास को रफ्तार देने के साथ आपदा को अवसर में बदलने का आह्वान किया था। कारोबारियों ने इसे ताड़ लिया। चूंकि हाथों को वायरस से विसंक्रमित करने को सैनिटाइजर सशक्त जरिया है, लिहाजा इसको ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए छोटे पैक में उतारा। एक नहीं, कई कंपनियां एक रुपये में अपने उत्पाद को बाजार में ला चुकी हैं।
टूटेगी चेन, बचेगी गरीबों की जान
पहले सैनिटाइजर का सबसे छोटा पैक 40 से 50 रुपये में मिल रहा था। गरीब इसकी तरह ध्यान ही नहीं देते थे। अब मनरेगा व अन्य दिहाड़ी मजदूर भी सैनिटाइजर के इस छोटे पैक को अपनी जिंदगी का हिस्सा बना रहे हैं।
अब देसी ब्रांड बनाम कंपनियों का होगा मुकाबला
कारोबारी विजय बरनवाल कहते हैं कि पाउच में आए सैनिटाइजर से गरीबों की मुश्किल दूर हो गईं। पांच से कम पाउच कोई खरीद ही नहीं रहा। एक पाउच में दो एमएल होने से दो बार उपयोग कर सकते हैं। छोटी-बड़ी सभी दुकानों पर उपलब्ध है। बच्चे व महिलाएं खूब खरीद रहे। एक सप्ताह भी नहीं हुए बाजार में आए, लेकिन सैनिटाइजर पाउच को हर कोई जानने लगा है। यह वैक्टीरिया एवं वायरस दोनों से बचाता है। श्री बरनवाल कहते हैं कि बहुत कुछ बाजार में बदलाव दिखेंगे। मॉस्क की नई- नई दुकानें दिखेंगी तो वहीं कई देसी ब्रांड भारी-भरकम कंपनियों के उत्पाद से मुकाबला करते नजर आएंगी।