Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वाराणसी की पुल‍िस ने कफ सीरप मामले में की बड़ी कार्रवाई, देर शाम तक जांच जारी

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Tue, 09 Dec 2025 05:28 PM (IST)

    सूजाबाद क्षेत्र में कफ सीरप की एक बड़ी खेप पकड़ी गई। वाराणसी कमिश्नरेट की टीम ने छापेमारी कर अवैध कफ सीरप बरामद किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कफ ...और पढ़ें

    Hero Image

    पुलिस ने जनता से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। कफ सीरप के अवैध कारोबार का जाल अब धीरे-धीरे उजागर हो रहा है। पूर्वांचल में चल रही कार्रवाई के बीच मंगलवार को चंदौली जिले के सूजाबाद क्षेत्र में कफ सीरप की एक बड़ी खेप पकड़ी गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्राप्त जानकारी के अनुसार, चंदौली जिले में अवैध कफ सीरप की यह खेप वाराणसी कमिश्नरेट के छापे के दौरान बरामद की गई। प्रारंभिक सूचना के अनुसार, एसआईटी टीम ने विवेचना के दौरान सामने आए तथ्यों की जांच के दौरान यहां कफ सीरप को पाया। इसके बाद छापेमारी की कार्रवाई की गई।

    इस कार्रवाई में एडीसीपी टी सरवणन और एसीपी शुभम कुमार सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि देर शाम तक कार्रवाई जारी रही। पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल को लेकर देर शाम तक कार्यवाही की।

    इस संदर्भ में यह भी बताया गया है कि कफ सीरप का यह अवैध कारोबार पूर्वांचल में तेजी से फैल रहा है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है। कफ सीरप का अत्यधिक उपयोग और अवैध बिक्री न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह समाज के लिए भी हानिकारक है।

    पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अवैध कारोबार को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही, उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वे इस तरह के अवैध उत्पादों के खिलाफ जागरूक रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

    इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस प्रशासन अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त है और ऐसे मामलों में कोई भी ढिलाई नहीं बरती जाएगी। चंदौली जिले में इस प्रकार की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

    इस घटना ने यह भी दर्शाया है कि स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन के बीच समन्वय आवश्यक है ताकि इस प्रकार के अवैध कारोबार को समय रहते रोका जा सके।