NITI AYOG की डेल्टा रैंकिंग में देश के 112 जिलाें में दूसरी बार चंदौली को मिला पहला स्थान
देश के 112 अतिपिछड़े जिलों में चंदौली का पहला स्थान है। शिक्षा स्वास्थ्य व पोषण के क्षेत्र में अच्छी प्रगति ने शीर्ष पर पहुंचा दिया। दिसंबर 2019 की डेल्टा रैंकिंग में पहला स्थान आया था। 2020 में कोरोना के चलते अप्रैल से अगस्त तक की रैंकिंग नहीं जारी हुई थी।
चंदौली, जेएनएन। नीति आयोग की रैंकिंग में दूसरी बार फिर अतिपिछड़ा जिला सबसे आगे पहुंच गया है। देश के 112 अतिपिछड़े जिलों में चंदौली का पहला स्थान है। शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण के क्षेत्र में अच्छी प्रगति ने जिले को शीर्ष पर पहुंचा दिया। इसके पूर्व दिसंबर 2019 की डेल्टा रैंकिंग में पहला स्थान आया था। आयोग की ओर से जिला प्रशासन को पांच करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा। इस उपलब्धि से अफसर गदगद हैं।
नीति आयोग की ओर से विकास से दूर देश के 112 जिलों को अतिपिछड़ा घोषित किया गया है। चंदौली भी इसमें शामिल है। यहां शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण, कृषि, कौशल विकास व रोजगार, स्वच्छता और मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने पर जोर है। कोरोना काल में विकास की रफ्तार पर ब्रेक लगने की वजह से जिले की रैंकिंग सितंबर में खराब हो गई थी। इससे अधिकारियों की नींद उड़ गई। उनकी कड़ी मानीटरिंग व मार्गदर्शन की बदौलत सभी क्षेत्रों में तेजी से सुधार हुआ। इसका परिणाम रहा कि डेल्टा रैंकिंग में जिला देश के 108 जनपदों में शीर्ष पर पहुंच गया।
यह दूसरी बार है, जब चंदौली पहले पायदान पर पहुंचा है। इससे पूर्व दिसंबर 2019 में जिला देश में पहले स्थान पर था। गत वर्ष पांच माह तक लगातार प्रयास की बदौलत यह मुकाम हासिल हुआ। अगस्त 2019 में 93वें स्थान पर मौजूद चंदौली सितंबर में 87वें, अक्टूबर में 32वें, नवंबर में 15वें स्थान पर पहुंच गया था। 2020 में कोरोना के चलते अप्रैल से अगस्त तक की रैंकिंग नहीं जारी हुई थी। सितंबर में स्थिति खराब रही। लेकिन अक्टूबर माह में जिला पहले पायदान पर पहुंच गया। इस उपलब्धि पर अधिकारी फूले नहीं समा रहे हैं।
अधिकारियों ने टीम भावना के साथ काम किया
अधिकारियों ने टीम भावना के साथ काम किया। इसका परिणाम रहा कि नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग में जिला पहले पायदान पर पहुंच गया। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। इसी तरह आगे भी टीम भावना के साथ काम करते रहें तो विभिन्न क्षेत्रों में जिले की अलग पहचान बनेगी।
- नवनीत सिंह चहल, जिलाधिकारी