मौसम की घर बैठे मिलेगी जानकारी, काशी विद्यापीठ व यूपी कालेज में सेंटरयुक्त एेंटिना
अब महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व यूपी कालेज भी मौसम का हाल बताएगा। दोनों संस्थाओं में मौसम केंद्र के लिए यंत्र लगाए जा चुके हैं। मार्च के अंत तक इसे इसे इंटरनेट व कंप्यूटर से जोड़ दिया जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। अब महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व यूपी कालेज भी मौसम का हाल बताएगा। दोनों संस्थाओं में मौसम केंद्र के लिए यंत्र लगाए जा चुके हैं। मार्च के अंत तक इसे इसे इंटरनेट व कंप्यूटर से जोड़ दिया जाएगा। वहीं विद्यापीठ मौसम के डेटा को वेबसाइट से जोडऩे का भी निर्णय लिया है ताकि घर बैठे लोग मौसम का हाल जान सके।
मौसम सेंटर स्थापित करने के लिए पावर ग्रिड ऑफ कारपोरेशन ने सीएसआर फंड से काशी विद्यापीठ को करीब 15 लाख रुपये का अनुदान दिया है। वर्ष 2017 में एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे। करीब दो वर्ष बाद इस योजना को मूर्त रूप दिया गया है। भारत मौसम विज्ञान केंद्र, पुणे के परामर्श से मौसम संबंधी सेंसर भी क्रय किए जा चुके हैं। विद्यापीठ ने परिसर स्थित पंत प्रशासनिक भवन के छत पर सेंटरयुक्त एेंटिना की फिटिंग भी की जा चुकी है। इसी भवन में कंट्रोल रूम बनाने की तैयारी चल रही है।
हालांकि अभी इसे कंप्यूटर-इंटरनेट से नहीं जोड़ा जा सका है। विद्यापीठ के अभियंता राजेश कुमार दीक्षित ने बताया कि जल्द ही इसे कंप्यूटर से जोड़ा जाएगा। कंप्यूटर से जुडऩे के बाद वायुमंडल का अध्ययन किया जा सकेगा। साथ ही मौसम का पूर्वानुमान, तापमान, वायु की दिशा, वेग का प्रेषण, आर्द्रता, चक्रवात की तीव्रता सहित अन्य जानकारियां मिल सकेंगी। इसके लिए भू-भौतिकी विभाग, बीएचयू के प्रो. नागेंद्र प्रताप सिंह को प्रमुख सलाहकार के रूप में नामित किया गया है। उन्होंने बताया कि विद्यापीठ के साथ-साथ यूपी कालेज तथा भदोही व मीरजापुर के संबद्ध कालेजों में भी मौसम केंद्र स्थापित किया जा रहा है।