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दैनिक जागरण के 75 साल का सफर, पाठकों का हमदर्द बना दैनिक जागरण

दैनिक जागरण के 75 साल का सफर पूरा होने पर सोमवार को वाराणसी में नदेसर स्थित दैनिक जागण कार्यालय परिसर में 75 किलो का केक काटकर स्थापना दिवस मनाया गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 10:38 PM (IST)Updated: Tue, 11 Dec 2018 07:05 PM (IST)
दैनिक जागरण के 75 साल का सफर, पाठकों का हमदर्द बना दैनिक जागरण
दैनिक जागरण के 75 साल का सफर, पाठकों का हमदर्द बना दैनिक जागरण

वाराणसी, जेएनएन । दैनिक जागरण के 75 साल का सफर पूरा होने पर सोमवार को नदेसर स्थित कार्यालय में 75 किलो का केक काटकर स्थापना दिवस मनाया गया। जिले के आला अफसर, उद्यमी और जनप्रतिनिधियों ने दैनिक जागरण के सफर की सराहना करते हुए एक मिसाल बताया। पाठकों की विश्वसनीयता और खबरों के तेवर ने पाठकों के दिल को छू लिया। यही कारण है कि दैनिक जागरण देश का नंबर एक अखबार बन चुका है। इतना आगे निकल चुका है कि उसे पकड़ पाना प्रतिद्वंद्वी को संभव नहीं है। हस्ताक्षर अभियान में लोगों ने दैनिक जागरण के हर पहलू को उतारा। इस दौरान दैनिक जागरण के निदेशक वीरेंद्र कुमार ने दैनिक जागरण समूह के सीएमडी महेंद्र मोहन गुप्त का संबोधन पत्र पढ़कर सुनाया।

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-दैनिक जागरण ने अपने खबर के बल पर पाठकों के बीच स्थापित किया, उन्हें सही संदेश पहुंचाया, यही कारण है कि आज लोग दैनिक जागरण की खबरों को प्रमुखता से लेते हैं। बिना डर और भय के सच्चाई को सामने लाता है। दैनिक जागरण लगातार प्रगति की ओर जा रहा है और आने वाले दिनों में और आगे जाने से कोई रोक नहीं सकता है। -आनंद कुलकर्णी, एसएसपी 

-दैनिक जागरण ने 75 साल में इतिहास का एक अध्याय लिखा और आगे इतिहास बनाता रहेगा। समाज में अपनी अहम भूमिका निभाने के साथ कुछ अलग किया जो हमें जमीन से जोड़ता है। उसमें मृदा परीक्षण सबसे अहम है जो किसानों के उत्पादन बढ़ाने में कारगर साबित हुआ।-गौरांग राठी, सीडीओ 

-गौरवशाली 75 वर्ष के साथ दैनिक जागरण देश का नंबर एक अखबार बन गया है। सकारात्मक सोच के साथ समाज के सामने सच्चाई लाने में कभी पीछे नहीं हटा। किसानों को आत्म निर्भर बनाने के लिए कई प्रयास किए, उसमें मृदा परीक्षण महत्वपूर्ण है। इसको किसान महसूस भी कर रहे हैं। -आरके चौधरी, उद्यमी 

-पत्रकारिता के क्षेत्र में कोई नया मोड़ आया तो दैनिक जागरण सबसे पहले आगे रहा। अखबार के जरिए समाज को संदेश देने के साथ अपना नैतिक दायित्व भी निभाया। दैनिक जागरण विश्वसनीयता पाठकों के बीच बनी हुई है। -मनीष कपूर, उद्यमी 

 

-घर में अभिभावक मार्गदर्शक होते हैं तो समाज की सच्चाई दिखाने में अखबार। दैनिक जागरण प्रतियोगी परीक्षा के साथ देश और बाजार में क्या चल रहा है उसके बारे में भी बताता है। -अशोक कपूर, उद्यमी 

-समाचार पत्र तो बहुत है लेकिन सच्चाई को सामने लाने का काम सभी के बस की बात नहीं है। दैनिक जागरण ने सच्चाई को सामने लाकर समाज के विरोधियों की बोलती बंद कर दी। कई घोटालों का खुलासा कर घोटालेबाजों को जेल तक भेजने में दैनिक जागरण सबसे आगे रहा। -हर्षपाल कूपर, उद्यमी 

-किसी संस्था को 75 साल होना बड़ी बात है। अपने समाचारों के बल पर उसने एक लंबी रेखा खींच दी है, अब उसे पकड़ पाना किसी के बस की बात नहीं है। लोगों को विश्वास है कि दैनिक जागरण में छपी खबर सही है। -विनय कुमार सिंह, एडीएम सिटी 

 

-दैनिक जागरण के 75 साल पूरे होने के हम सभी साक्षी हो रहे हैं। आज अखबार एक आवश्यक वस्तु बन चुकी है, बिना सुबह अखबार पढ़े हम लोग अपने को अधूरा महसूस करते हैं। राष्ट्रीय के साथ लोकल मुद्दे हमें पढऩे को मिलते हैं। -टीएन सिंह, कुलपति महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ 

-अपनी अलग सोच और काम से दैनिक जागरण ने एक मुकाम हासिल किया। पाठक एक बार जुडऩे के बाद दूसरे अखबार के बारे में नहीं सोचते है, यदि दूसरा अखबार पढऩा भी चाहते तो दैनिक जागरण को लेना बंद नहीं करते हैं।-अजय राय, पूर्व विधायक

-दैनिक जागरण समाज के विरोधी ताकतों से कल भी लड़ रहा था और आज भी। बिना डरे और भय के सच्चाई को सामने लाने का काम कर रहा है। लोकतंत्र पर हमला हो या लोकतांत्रिक चीजों को दबाई गई तो उसे खुलकर सामने लाता है। दैनिक जागरण सात सरोकार के माध्यम से समाज को सभी पहलुओं से अवगत कराता है। -प्रदीप शुक्ला, संपादकीय प्रभारी 

-आठ मार्च 1942 में दैनिक जागरण की शुरुआत झांसी से हुई। समाचारों के माध्यम से अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाई तो उसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा लेकिन दैनिक जागरण ने उनका परवाह किए बगैर खबरों को लगातार प्रकाशित करता रहा। राजनीतिक और समाज के साथ मिलकर संकल्प का दीप जलाया और आज हम आजाद देश में सांस ले रहे हैं।  -वीरेंद्र कुमार, निदेशक दैनिक जागरण 

चला हस्ताक्षर अभियान : दैनिक जागरण के 75 वर्ष पूरे होने पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। किसी ने दैनिक जागरण को सच्चाई का प्रहरी बताया तो किसी ने कड़वा सच लिखने वाला अखबार। सहज और सरलता से समाज को दिशा देने का काम किया। वहीं लोगों ने स्वतंत्रता सेनानी अखबार की संज्ञा दी। 

 

यह लोग रहे मौजूद : संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल के निदेशक राहुल सिंह, लक्ष्मी हास्पिटल के निदेशक डा. अशोक राय, रोटरी क्लब वाराणसी के सचिव पवन कुमार सिंह, डीपीएस निदेशक पंकज राजगढ़ीया, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ङ्क्षहदी पत्रकारिता संस्थान के निदेशक प्रो. ओपी सिंह, आर्य महिला गल्र्स इंटर कालेज की सहायक प्रबंधक पूजा दीक्षित, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, एसपी ग्रामीण एमपी सिंह, एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ, एसपी सिटी दिनेश सिंह, साहित्यकार डा. रामसुधार सिंह, अनुज डिडवानिया, डा. पवन कुमार दुबे, डा. राजीव पांडेय, एसबी तिवारी, ज्ञानेश्वर चौबे, शैलेंद्र सिंह, नवीन कपूर, राघवेंद्र चौबे, गुलशन कपूर आदि लोग मौजूद रहे।


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