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सीबीएसई से फेल, यूपी बोर्ड में दे रहे रेग्युलर परीक्षा, नियमानुसार परीक्षा की अनुमति नहीं

सीबीएसई से फेल, यूपी बोर्ड में दे रहे रेग्युलर परीक्षा, सचल दस्ते ने निरीक्षण के दौरान गुरुवार को प्रथम पाली की परीक्षा में हर्ष इंटर कालेज केंद्र से इस तरह की गड़बड़ी पकड़ी है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 10:09 PM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 10:05 AM (IST)
सीबीएसई से फेल, यूपी बोर्ड में दे रहे रेग्युलर परीक्षा, नियमानुसार परीक्षा की अनुमति नहीं
सीबीएसई से फेल, यूपी बोर्ड में दे रहे रेग्युलर परीक्षा, नियमानुसार परीक्षा की अनुमति नहीं

वाराणसी, जेएनएन। यूपी बोर्ड की परीक्षा में सीबीएसई से फेल छात्र भी हाईस्कूल में रेग्युलर (संस्थागत) परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा दे रहे हैं। नियमानुसार दूसरे बोर्ड के अनुत्तीर्ण छात्र यूपी बोर्ड में संस्थागत परीक्षा के रूप परीक्षा नहीं दे सकते हैं। सचल दस्ते ने निरीक्षण के दौरान गुरुवार को प्रथम पाली की परीक्षा में हर्ष इंटर कालेज (कोनिया) केंद्र से इस तरह की गड़बड़ी पकड़ी है। यही नहीं इस केंद्र पर कई परीक्षार्थी बगैर रजिस्ट्रेशन के परीक्षा देते पकड़े गए। सचल दस्ते ने इस मामले में केंद्राध्यक्ष व संबंधित विद्यालयों से स्पष्टीकरण मांगा है। 

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डीआइओएस (द्वितीय) डा. ओपी राय के नेतृत्व में सचल दस्ते ने प्रथम पाली में हाईस्कूल की अंग्रेजी की परीक्षा में नेशनल इंटर कालेज (पीलीकोठी), अग्रसेन कन्या इंटर कालेज, बल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कालेज (भैरवनाथ), हरिश्चंद्र बालिका इंटर कालेज, हर्ष इंटर कालेज (कोनिया) सहित विभिन्न केंद्रों का निरीक्षण किया।

उम्र 30 वर्ष, दे रहे हाईस्कूल की परीक्षा : इस दौरान सचल दस्ते को हर्ष इंटर कालेज में करीब 29-30 वर्ष के युवक भी हाईस्कूल की परीक्षा देते दिखे। सचल दस्ते की टीम ने जब परीक्षार्थियों से बात की तो उन्होंने बताया कि वह हाईस्कूल में तीन बार फेल हो चुके है। सचल दस्ते को कूटरचित तरीके से इन परीक्षार्थियों का पंजीकरण कराने की आशंका है।  व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का फार्म प्रभु नारायण राजकीय इंटर कालेज (रामनगर) ने किया था। ऐसे में जांच के जद की आंच प्रभुनारायण इंटर कालेज पर भी आ रही है। इस केंद्र पर आदर्श नव ज्योति इंटर कालेज (छित्तूपुर) के छात्रों का भी सेंटर गया हुआ है। वहीं नव ज्योति के कई छात्र सचल दस्ते को अपना रजिस्ट्रेशन कार्ड नहीं दिखा सके। इसे देखते हुए सचल दस्ते से केंद्राध्यक्ष के अलावा संबंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से भी स्पष्टीकरण मांगा है।  

फार्म अग्रसारण में खेल : व्यक्तिगत परीक्षा फार्म के अग्रसारण में खेल रोकने के लिए बोर्ड ने इस बार सिर्फ राजकीय विद्यालयों को ही अग्रसारण केंद्र बनाया था। वहीं  सचल दस्ते के निरीक्षण के दौरान  शिक्षा माफिया विद्यालयों से सांठ-गांठ की पोल खुल गई है। 

सादी कापियों की मांग शुरू : कई केंद्रों पर सादी उत्तरपुस्तिकाएं कम पडऩे की आशंका जताई जा रही है। इसे देखते हुए केंद्राध्यक्षों में परीक्षार्थियों के अनुपात में शतप्रतिशत कापियां उपलब्ध कराने की मांग की है। दरअसल पहले चरण में सभी केंद्रों को आवंटित परीक्षार्थियों के सापेक्ष  करीब 70 फीसद सादी 'ए' उत्तरपुस्तिकाएं उपलब्ध कराई गई थी। इसमें करीब पांच फीसद कापियों की क्रमांक गड़बड़ होने के कारण केंद्राध्यक्षों ने इसे वापस कर दिया। इसके चलते कापियां अब कम पडऩे की संभावना जताई जा रहीं हैं। 

कक्ष निरीक्षकों का संकट बरकरार : बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों का संकट बना हुआ है। इसे देखते हुए मुख्य परीक्षाओं में प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाने पर विचार किया जा रहा है। 

एडी ने देखी परीक्षा व्यवस्था : बतौर पर्यवेक्षक अतिरिक्त निदेशक (एडी) सरिता तिवारी ने गुरुवार को विभिन्न केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सीसी टीवी कैमरे का फुटेज भी खंगाला। दूसरी ओर डीआइओएस डा. वीपी सिंह नेतृत्व में गठित सचल दस्ते सहित अन्य टीमों ने भी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया।  


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