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CBSE 12th Result : वाराणसी में औसत अंकों की बौछार से निहाल हुए मेधावी, 99.37 फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई-सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन) 12वीं का रिजल्ट शुक्रवार को दोपहर दो बजे जारी हुआ। वाराणसी में रिजल्ट देखते ही परीक्षार्थी खुशी से उछल पड़े। इस बार इंटर में रिकार्ड 99.37 फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 06:35 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 10:42 PM (IST)
CBSE 12th Result : वाराणसी में औसत अंकों की बौछार से निहाल हुए मेधावी, 99.37 फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद 12वीं का रिजल्ट शुक्रवार को दोपहर दो बजे जारी हुआ।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई-सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन) 12वीं का रिजल्ट शुक्रवार को दोपहर दो बजे जारी हुआ। रिजल्ट देखते ही परीक्षार्थी खुशी से उछल पड़े। इस बार इंटर में रिकार्ड 99.37 फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसमें भी प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण होने छात्रों की संख्या सर्वाधिक है। वाराणसी ही नहीं पूर्वांचल के दस जिलों में तमाम विद्यार्थियों 99 फीसद से अधिक से भी अधिक अंक मिले हैं। पिछली कक्षाओं के औसत अंकों की बौछार से विद्यार्थी निहाल हो गए।

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कोरोना महामारी के चलते इस बार इंटर की परीक्षाएं निरस्त कर दी गई की गई थी। ऐसे में सीबीएसई के इतिहास में पहली बार बगैर परीक्षा के परिणाम घोषित किया गया है। परीक्षार्थियों को पिछली कक्षाओं के आधार पर औसत अंक दिया गया है। वाराणसी ही नहीं, चंदौली, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, मीरजापुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, सोनभद्र जिलों के ज्यादातर विद्यालयों ने शत प्रतिशत का रिजल्ट का दावा किया है। रिजल्ट देखने के बाद छात्र-छात्राओं के चेहरे खिल उठे। वहीं औसत अंक के आधार पर परीक्षार्थियों को प्रमोट करने के कारण इस वर्ष सीबीएसई ने भी मेरिट सूची नहीं जारी की है। इसके चलते तमाम विद्यालयों ने भी इस बार अपनी संस्था के मेधावियों की सूची नहीं जारी की। परीक्षा निरस्त होने के कारण रिजल्ट के स्वरूप को लेकर इस बार परीक्षार्थियों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे थे। खास तौर पर रिजल्ट के स्वरूप को लेकर मेधावी छात्र चिंतित थे।

कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष सीबीएसई की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएं रद कर दी गईं थीं। छात्रों का रिजल्ट मूल्यांकन फॉर्मूला से घोषित किया गया है। रिजल्ट के संबंध में बोर्ड की ओर यह भी कहा गया है कि जो छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें अलग से भी मौका दिया जाएगा। इस साल भी बोर्ड की ओर से छात्रों की मेरिट लिस्ट जारी नहीं हुई है। यह निर्णय वर्तमान महामारी की स्थिति और परिवर्तनों के कारण किया गया है। पिछले साल भी बोर्ड परीक्षा कुछ विषयों के लिए आयोजित नहीं हो पाया था, जिसकी वजह से मैरिट लिस्ट जारी नहीं की गई थी। इस साल विद्यालयों की ओर से भी टापरों की घोषणा नहीं करना है। बोर्ड की ओर से भी यह निर्देश दिया गया है।

बारहवीं के नतीजे घोषित छात्र-छात्राओं की बल्ले-बल्ले

जनपद में पंजीकृत 17633 विद्यार्थियों में से 99.02 फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। कुल 17461 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसमें बालिका 99.35 व बालक 98.82 फीसद शामिल है। इस प्रकार औसत अंक के आधार पर जारी रिजल्ट में भी भी बालिकाओं ने बाजी मारी। इंटर की परीक्षा रद होने के कारण सीबीएसई ने इस बार टॉपर की सूची नहीं जारी की है। इसके बावजूद अंकों की उड़ान भर कर जनपद के मेधावी विद्यार्थी चमके। रिजल्ट को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी। वहीं रिजल्ट जारी होने की सूचना मिलते ही छात्र-छात्राओं में बेचैनी बढ़ गई। खास तौर पर रिजल्ट के स्वरूप को लेकर विद्यार्थी काफी चिंतित थे। रिजल्ट जारी होते ही विद्यार्थियों के मन में भ्रम दूर हो गया। विद्यार्थी ही नहीं उनके अभिभावक भी स्मार्ट फोन पर रिजल्ट देखने जुट गए।

रिजल्ट देखते ही परीक्षार्थी खुशी से उछल पड़े। वहीं विद्यार्थियों का आपस में फोन घनघनाने लगा। विद्यार्थियों ने स्कीन शॉट लेकर एक-दूसरे को भेजना शुरू कर दिए। एक-दूसरे हो बधाई देने का तांता देरशाम तक जारी रहा।माता-पिता का लिया आशीर्वादरिजल्ट देखने के बाद छात्रों ने अपने माता-पिता का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। कोरोना महामारी की गाइड लाइन को देखते हुए तमाम विद्यालयों ने इस बार भी बच्चों को नहीं बुलाया है। इसके चलते कई स्कूलों में सन्नाटा पसरा हुआ था। वहीं बहुतायत स्कूलों ने शत प्रतिशत रिजल्ट का दावा किया।जारी हुआ रिजल्ट, दूर हुआ संशयपरीक्षा निरस्त होने के कारण रिजल्ट के स्वरूप को लेकर इस बार परीक्षाॢथयों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे थे। खास तौर पर रिजल्ट के स्वरूप को लेकर मेधावी छात्र चिंतित थे। वहीं रिजल्ट जारी होने के बाद उनके मन की आशांकाएं दूर हो गई।

ज्यादातर परीक्षार्थी परिणाम को लेकर संतुष्ट नजर आए।कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल होने का मौका रिजल्ट से असंतुष्ट विद्यार्थी आगामी कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि कंपार्टमेंट परीक्षा की तिथि कोरोना महामारी को देखते हुए बाद में जारी की जाएगी। यही नहीं छात्रों को आनलाइन परीक्षा फार्म भरने का भी मौका मिलेगा। हालांकि कंपार्टमेंट परीक्षा को लेेकर सीबीएसई ने अभी कोई गाइड लाइन नहीं जारी की है। होम एग्जाम की भी महत्ता सीबीएसई की कोआडिनेटर व सनबीम इंग्लिश स्कूल (भगवानपुर) कीप्रधानाचार्य गुरमीत कौर हाईस्कूल व इंटर के ज्यादातर परीक्षार्थी प्री-बोर्ड को को गंभीरता से नहीं लेते हैं। छात्रों को मनो-मस्तिष्क में बोर्ड परीक्षा ही छाया रहता रहता। यही नहीं छात्र गृह परीक्षाओं को भी हल्के में लेते है। वहीं कोविड काल में प्री-बोर्ड व होम एग्जाम का महत्व बढ़ा दी। औसत अंक का यह रहा आधार हाईस्कूल का 30 फीसद अंक कक्षा-11 की वार्षिक परीक्षा का 30 फीसद अंक कक्षा-12 का अद्र्धवार्षिक या प्री-बोर्ड का 40 फीसद अंक तीन साल के विद्यालयों के रिजल्ट का औसत सीबीएसई ने रिजल्ट तैयार करने की जिम्मेदारी विद्यालयों को ही सौंपी थी। विद्यालयों को पिछले तीन वर्षों का सर्वोच्च रिजल्ट के प्रतिशत के आधार पर परिणाम तैयार करना था।

उदाहरण स्वरूप किसी विद्यालय का रिजल्ट वर्ष 2018 में 78.8 फीसद, वर्ष 2019 में 88.8 फीसद, तथा वर्ष 2020 में 75.2 फीसद रहा है तो उसे अधिकतम 88.8 फीसद अंकों के आधार पर रिजल्ट तैयार करना था। वर्ष 2019 में जितने विद्यार्थियों विषयवार 100 में 99 अंक मिले थे। वर्ष 2021 में विषयवार उतने ही विद्यार्थियों को 100 में 99 अंक देना था। मेधावियों का नुकसान मेधावी विद्यार्थियों का औसत अंक में नुकसान हुआ। मेधावी विद्यार्थियों की नजर एक-एक अंक पर टिकी हुई होती है। वहीं औसत अंक में मेधावी विद्यार्थियों को शामिल कर लिया गया है लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए ज्यादातर मेधावियों को इसे कोई शिकायत नहीं है। परीक्षा नहीं हुई फिर भी 172 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा नहीं हुई। इसके बावजूद जनपद में 172 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हो गए है। सीबीएसई की कोआडिनेटर व सनबीम इंग्लिश स्कूल (भगवानपुर) कीप्रधानाचार्य गुरमीत कौर ने बताया कि जो विद्यार्थी कक्षा-12 में अद्र्ध वार्षिक व प्री-बोर्ड एग्जाम छोड़ दिए थे। वहीं विद्यार्थी इस बार अनुत्तीर्ण घोषित किए गए हैं। इसके अलावा वह विद्यार्थी फेल हुए हैं जो इंटर में पंजीकरण कराने के बाद पूरे साल गायब रहे।

कुल विद्यालय 17633

कुल पंजीकृत विद्यार्थी 17461

उत्तीर्ण विद्यार्थी -99.02 फीसद

कुल उत्तीर्ण विद्यार्थी 98.82 फीसद

बालक उत्तीर्ण 99.35 फीसद

बालिका उत्तीर्ण 172 अनुत्तीर्ण विद्यार्थी


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