भदोही में नक्सलियों और रंगदारी मांगने के मामले का नहीं हो सका पर्दाफाश, पुलिस के हाथ नहीं लगे सुराग
भदोही में नक्सलियों और रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस दोनों चर्चित मामलों से पर्दा उठाने में नाकाम रही है। तीन दिन से अधिक का समय बीत गया लेकिन सुराग नहीं लग पाया। क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम पूरी तरह फेल होती दिख रही है।
भदोही, जेएनएन। गोपीगंज क्षेत्र के रामपुर कायस्थान में केमिकल व्यवसायी और पांच प्रधानों से नक्सलियों ने 17 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। चेताया था कि रकम न देने पर बेमौत मार दिये जाएंगे। यहां पर धमकी भरे पत्र भी मिले थे। इस मामले की पुलिस अभी जांच ही कर रही थी कि आगरा में बंद विधायक विजय मिश्र के मोबाइल फोन से रंगदारी मांगने के मामले ने सिरदर्द और बढ़ा दिया। पुलिस दोनों चर्चित मामलों से पर्दा उठाने में नाकाम रही है। तीन दिन से अधिक का समय बीत गया लेकिन सुराग नहीं लग पाया। क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम पूरी तरह फेल होती दिख रही है। एसपी रामबदन सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।
परीक्षण करने में जुटे एक्सपर्ट
विधायक विजय मिश्र के मोबाइल फोन से मांगी गई रंगदारी के मामले में पुलिस फूंक- फूंक कर कदम रख रही है। वह इसलिए कि मोबाइल फोन पुलिस के पास जब्त है। कोई कुछ भी बोलने से कन्नी काट ले रहा है। मामले में एक्सपर्ट लगाए गए हैं। अभी तक वह भी खोज नहीं पाए हैं। जानकारों की मानें तो साइबर अपराधियों द्वारा सिम का क्लोन तैयार कर लिया जाता है। एक्सपर्ट इस बिंदु को भी शामिल कर जांच कर रहे हैं। गिरफ्तारी से लेकर अब तक की कॉल खंगाले जा रहे हैं। चेयरमैन हीरालाल मौर्य को किया गया काल पहला था या इसके पहले और काल किया गया है। पुलिस हर पहलुओं पर नजर लगाए हुए है।