बादशाहत की जंग में कैंट रेलवे स्टेशन कर रहा अव्वल आने की तैयारी, जानिए क्या होंगे मानक
रेलवे स्टेशनों की ग्रेडिंग में अव्वल आने को कैंट स्टेशन भी कूद पड़ा है।
वाराणसी [राकेश श्रीवास्तव]। रेलवे स्टेशनों की ग्रेडिंग में अव्वल आने को कैंट स्टेशन भी कूद पड़ा है। आइएसओ का ताज सिर पर सजने से रेल अधिकारी उत्साहित हैं। 500 रेलवे स्टेशनों को पछाड़ना आसान नहीं लेकिन अधिकारी दिन-रात तैयारियों में जुटे हैं। क्यूसीआइ की टीम किसी पल तैयारियों को परखने पहुंच सकती है। लिहाजा इन दिनों कैंट रेलवे स्टेशन पर गुणवत्ता को लेेकर प्रशासनिक सक्रियता बढ़ गई है।
क्यूसीआइ क्या है : क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया (भारतीय गुणवत्ता परिषद) सेवाओं को परखने के बाद ग्रेडिंग (श्रेणी निर्धारण) जारी करती है। देश में रेलवे स्टेशनों में यात्रियों को उच्चतम स्तर की सुविधाएं उपलब्ध कराने की होड़ है। कैंट स्टेशन भी इसमें शामिल है।
स्टेशन पर की जा रही तैयारियां : स्टेशन के मुख्य द्वार के अलावा पिछले हिस्से में भी बेहतर प्रवेश द्वार है। यहां सफाई के पुख्ता इंतजाम के अलावा हरा, काला, पीला तीन तरह के कूड़ेदान (डस्टबिन) लगे हैं। सुविधाओं के लिहाज ट्रेनों की स्थिति दर्शाने को डिजिटल सिस्टम, पैड लगे यूरेनल, एस्लेटर, लिफ्ट इत्यादि। मसलन, रणनीति शुरुआती प्रभाव से आधी लड़ाई जीत लेने की है।
इन मानकों पर होंगी निगाहें : अंतरराष्ट्रीय मानक की सफाई, स्वास्थ्य, सुविधाएं होनी चाहिए। पर्यावरण संरक्षण को बल देने वाली ऊर्जा, जल संरक्षण भी जांच के दायरे में होंगे। एनजीटी के मानकों पर कसे जाएंगे।
क्रमांक |
सुविधाएं |
1 | 1.30 लाख यात्रियों की रोजाना आवाजाही |
2 | 165 जोड़ी ट्रेनों की रोजाना आवाजाही |
3 | 185 जोड़ी ट्रेन शनिवार को जाती हैं |
4 | सुविधा के लिए तीन स्वचालित सीढि़यां |
5 | यात्रियों की सुविधा के लिए दो लिफ्ट |
बोले अधिकारी : हमारी तैयारी पहले से है। उसी बदौलत आइएसओ हासिल किए हैं। ग्रेडिंग में भी अव्वल रहने की तैयारी की जा रही है। भरोसा एक और सफलता हासिल करने की है। रवि प्रकाश चतुर्वेदी, एडीआरएम, नार्दन रेल।