वाराणसी में गुमशुदा लोगों की तलाश करने में मदद कर रहे शहर में लगे कैमरे, सिटी कमांड सेंटर से आसानी से मिल जा रहा लोकेशन
शहर में लगे कैमरे ना सिर्फ अपराध पर नियंत्रण करने में सहायक साबित हो रहे बल्कि गुमशुदा लोगों की तलाश भी कर रहे हैं। सिटी कमांड सेंटर से जुड़े कैमरों के जरिए लोगों की लोकेशन आसानी से पता लग जाती है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। शहर में लगे कैमरे ना सिर्फ अपराध पर नियंत्रण करने में सहायक साबित हो रहे बल्कि गुमशुदा लोगों की तलाश भी कर रहे हैं। सिटी कमांड सेंटर से जुड़े कैमरों के जरिए लोगों की लोकेशन आसानी से पता लग जाती है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के जनसम्पर्क अधिकारी शाकंभरी की मानें तो बीते दो महीनों में 15 से अधिक लोगों की तलाश शहर में लगे कैमरों की जरिए की गई है। शहर के 720 स्थानों पर लगाए गए 2200 कैमरे अत्याधुनिक हैं। 750 फेस रिकग्निशन कैमरे लगाए गए हैं। इनकी क्षमता काफी ज्यादा है। 7.5 मीटर दूर से किसी व्यक्ति की पहचान कर सकते हैं।
गुमशुदा की चाहिए होती है फोटो
कैमरों के जरिए गुमशुदा की तलाश करने उसके फोटो की जरूरत होती है। कमांड सेंटर में मौजूद सिस्टम में फीड करने उक्त व्यक्ति की तलाश करता है। कैमरे 64 एंगल से गुमशुदा व्यक्ति की तस्वीरों की स्कैन करता है। इसलिए जरूरी होता है कि उसकी कई एंगल से फोटो उपलब्ध कराई जाए। गुमशुदा व्यक्ति के स्वजन पुलिस के जरिए सिटी कमांड सेंटर की मदद ले सकता है।
शहर की गलियों में लगे हैं गुमशुदा लोगों के पोस्टर
गुमशुदा लोगों के पोस्टरों से शहर की गलियां जगह-जगह लगे नजर आते हैं। धर्म और शिक्षा की नगरी वाराणसी में देश-दुनिया के लोग आते हैं। कुछ लोग गलती से स्वजनों से अलग होकर भटक जाते हैं। भाषा की समस्या होने की वजह से स्वजनों की तलाश मुश्किल होती है। ऐसे लोगों के ढेरों पोस्टर घाट किनारे की गलियों में नजर आते हैं। ऐसे गुमशुदा लोगों की तलाश के लिए कमांड सेंटर काफी सहायक साबित हो सकता है।
केस-1
दौलतपुर के रहने वाले सुनील पटेल की चार साल की बेटी शनिवार की दोपहर घर के बाहर खेलते हुए गायब हो गई। बच्ची के चोरी होेने की आशंका से परेशान स्वजनों ने पुलिस को सूचना दी। पांडेयपुर चौकी प्रभारी विनय तिवारी ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से बच्ची को रिंगरोड की तरफ जाते देखा। रसूलपुर अनौला से एक घण्टे में बच्ची को बरामद कर लिया।
केस-2
सुसवाही के रहने वाले अंकित सिंह घर से निकले लेकिन देर तक नहीं लौटे। परेशान स्वजनों ने पुलिस से सम्पर्क किया। पुलिस ने उनकी तलाश के लिए शहर में लगे कैमरों को सिटी कमांड सेंटर से खंगालना शुरू किया। दो आटो में उनके सवार होने का भी पता चला। जल्द ही उनको कैंट क्षेत्र से पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया।