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आयोग का चाबुक- आदर्श आचार संहिता पर सी-विजिल एेप की होगी पैनी नजर

आगामी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करना अब आसान नहीं होगा। आयोग ने तकनीक की मदद से नियम तोड़ने वाले नेताओं पर नकेल कसने की तैयारी की है। आयोग ने एक ऐप बनाया है जिसका नाम सी-विजिल है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 06:52 PM (IST)Updated: Tue, 19 Mar 2019 11:00 AM (IST)
आयोग का चाबुक- आदर्श आचार संहिता पर सी-विजिल एेप की होगी पैनी नजर
आयोग का चाबुक- आदर्श आचार संहिता पर सी-विजिल एेप की होगी पैनी नजर

सोनभद्र,जेएनएन। आगामी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करना अब आसान नहीं होगा। आयोग ने तकनीक की मदद से नियम तोड़ने वाले नेताओं पर नकेल कसने की तैयारी की है। आयोग ने एक ऐप बनाया है जिसका नाम सी-विजिल है। जिससे चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार और समर्थक आसानी से पकड़ में आ सकेंगे। कुछ ऐप उम्मीदवारों की सुविधा के लिए बनाए गए हैं, जिसके जरिए जुलूस, वाहन, कैंप कार्यालय खोलने आदि के लिए मंजूरी भी ऑनलाइन मिल जाएगी। यानी नेताओं को चुनाव अधिकारियों के दफ्तर की परिक्रमा नहीं करनी होगी। सोनभद्र के लिए यह महत्वपूर्ण ऐप होगा और इस बार चुनाव में इसका इस्तेमाल राजनेता व जनता दोनों करेंगे।

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चुनाव आयोग चुनावों में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन रोकने तथा निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए कई प्रौद्योगिकी एप्लीकेशन का सहारा लेगा। चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन के बारे में सूचित करने के लिए लोगों के एंड्रॉएड फोन में सी-विजिलएेप विकसित किया है। चुनाव आयोग को आचार संहिता उल्लंघन की सूचना देर से मिलने से अब तक दोषी सजा से बचते आए हैं। इसके अतिरिक्त तस्वीरें या वीडियो जैसे साक्ष्यों की कमी के चलते शिकायतों की पुष्टि करने में परेशानी होती है। नया ऐप इन सभी समस्या को दूर करेगा और फास्ट-ट्रैक शिकायत प्राप्ति और समाधान प्रणाली बनाएगा।सी-विजिलएेप से आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों का अंतर भरने की उम्मीद है, जिससे त्वरित शिकायत स्वीकृति कर उनका निवारण किया जा सके। कोई भी व्यक्ति इस एेप का उपयोग कर मिनटों में आचार संहिता के उल्लंघन की सजीव रिपोर्ट भेज सकेगा।


शिकायत स्वीकृती के बाद जिला नियंत्रण कक्ष को किया जाएगा सूचित

पंजीकृत रिपोर्ट के मामले में इससे संबंधित व्यक्ति के लिए एक विशिष्ट पहचान संख्या जारी होगी, जिससे वह अपने मामले की वर्तमान स्थिति का पता लगा सके। अज्ञात शिकायतों को कोई विशिष्ट पहचान संख्या आवंटित नहीं की जाएगी। सी-विजिल में एक बार शिकायत स्वीकृत होने पर वह जिला नियंत्रण कक्ष में सूचित कर देगा, जो सचल दस्ते को कार्रवाई का निर्देश देगा।

अनुमति 24 घंटों के अंदर

चुनाव आयोग वहां राष्ट्रीय शिकायत सेवा, इंटीग्रेटेडकांटैक्ट सेंटर, सुविधा, सुगम, इलैक्शनमॉनीटरिंगडैशबोर्ड और वन वे इलैक्ट्रॉनिकलीट्रांसमिटेड पोस्टल बैलट जैसे एेप्स का उपयोग भी करेगा। आयोग की यह एक सुविधा एक सिंगल विंडो सिस्टम है, जो चुनाव संबंधी अनुमति या मंजूरी 24 घंटों के अंदर प्रदान करता है। उम्मीदवार और राजनीतिक पार्टी इस तंत्र के माध्यम से जनसभाओं, बैठकों, जुलूसों, गाड़ियों, अस्थाई चुनाव कार्यालय स्थापित करने और एक स्थान पर लाउडस्पीकर लगाने संबंधित अनुमति ले सकते हैं।

ऐप से आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट

-सी-विजिल चुनाव में किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है।

- यह अनुमति निर्वाचन घोषणा की तिथि से प्रभावी होती है और मतदान की एक दिन बाद तक बनी रहती है।

- नागरिक इस ऐप का इस्तेमाल करके गड़बड़ी की घटना देखने के मिनट भर में घटना की रिपोर्ट कर सकते हैं और नागरिकों को शिकायत दर्ज कराने के लिए पीठासीन अधिकारी के कार्यालय की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।

- जागरूक नागरिक को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के दृश्य वाली केवल एक तस्वीर क्लिक करनी है या अधिक से अधिक दो मिनट की अवधि की वीडियो रिकॉर्ड करनी है।

- स्वचालित स्थान मानचित्रण का कार्य ऐप द्वारा भौगोलिक सूचना प्रणाली के उपयोग से किया जाएगा।

- ऐप के माध्यम से सफलतापूर्वक प्रस्तुति के बाद जागरूक नागरिक को एक यूनिक आइडी प्राप्त होता है, ताकि वह अपने मोबाइल पर आगे की कार्रवाई को जान सके और सूचना प्राप्त कर सके।

- इस तरह एक नागरिक उल्लंघन की अनेक रिपोर्ट कर सकते हैं और प्रत्येक रिपोर्ट के लिए उन्हें यूनिक आइडी दिया जाएगा। शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।


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