विश्वनाथ गली व्यवसायी समिति के व्यापारियों ने मंदिर प्रशासन की मनमानी के विरोध में दुकानें बंद कर किया धरना-प्रदर्शन
विश्वनाथ गली व्यवसायी समिति के व्यापारियों ने गुरुवार को काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के हिटलरशाही रवैये व मनमानी के विरोध में गुरुवार को दुकानें बंद करके धरना प्रदर्शन किया।
वाराणसी, जेएनएन। विश्वनाथ गली व्यवसायी समिति के व्यापारियों ने गुरुवार को काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के हिटलरशाही रवैये व मनमानी के विरोध में गुरुवार को दुकानें बंद करके धरना प्रदर्शन किया। व्यापारियों का कहना था कि बुधवार की रात मन्दिर मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह द्वारा एक लेटर जारी करके आदेश पारित किया कि ध्वस्तीकरण के नाम गेट न.1 ढुंढिराज गणेश पॉइंट को बंद कर दिया जाएगा। सुबह आवागमन बंद हो गया। तथा विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ कुलपति तिवारी को उनके ऐतिहासिक भवन जहॉ परंपरानुसार 350 वर्षों से बाबा की चल प्रतिमाओं का पूजन होता है। बाबा की पालकी यात्रा का निर्वहन होता है। को जबरदस्ती बेचने के दबाव के मानसिक प्रताणना के कारण चार दिनो से अन्न-जल का त्याग कर देने से गंभीर बिमारी से ग्रस्त हो गये और उन्हे बीएचयू मे भर्ती कराना पड़ा। जिसके विरोध में रेड जोन परिसर सहित येल्लो जोन क्षेत्र की दुकानें बंद करके व्यापारियों ने कोतवालपुरा पर धरना दिया।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि कॉरिडोर कार्य योजना से हमे कोई दिक्कत नही है। घोषणाओं के बाद भी कॉरिडोर का नक्सा सार्वजानिक नहीं किया गया। हमारी मांग है कि ढुंढिराज गणेश से सरस्वती फाटक के बिच क्रय किये गए भवनों के दुकानदारों पहले अन्यत्र बसा कर ही भवन ध्वस्त करने का कार्य मन्दिर प्रशासन रात्रि में करे और दिन में रास्ता सामान्य रखे। जिससे कि व्यापारियों के जीवन यापन पर कोई असर न पड़े और रेड जोन परिसर में पड़ने वाले ऐतिहासिक भवनों, देवालय अक्षयवट हनुमान मंदिर, शनिदेव मंदिर व कैलाश मंदिर अन्नपूर्णा मंदिर का दर्शन भक्त निरन्तर कर सके। जबतक हमारी मांग पूरी नही होगी धरना जारी रहेगा।
वार्ता के बाद भी मनमानी
व्यापार मंडल के महामंत्री सोना लाल सेठ का कहना है कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी से कुछ दिन पूर्व वार्ता की गई थी कि रेड जोन के दुकानदारों का जब तक कही स्थान्तरण नहीं किया जाएगा। तबतक क्षेत्र में ध्वस्तीकरण का कार्य नही किया जायेगा। उसपर सीईओ ने सहमति जताई थी। इसके बाद भी मंदिर प्रशासन अपने मनमानी रवैये पर उतर आया और गेट न.1 को बंद कर दिया गया। खबर लिखे जाने तक मन्दिर मजिस्ट्रेट से व्यापारियों की वार्ता जारी थी और धरना जारी रहा। धरना करने वालों में मुख्य रूप से नवीन गिरी सोनालाल सेठ, राजरतन पटेल, कमल सेठ, भानु मिश्रा, मनोज साव, मुकेश बैरागी, राजकुमार सिंह, चंदन झा, सैलू साव, वीरेंद्र सेठ, गुंजन जयसवाल, भूपेंद्र शर्मा सहित सैकड़ों व्यापारी उपस्थित रहें।