तीन दिन में नहीं हुई कार्रवाई तो बंद होगा बनारस, गुस्से में शहर के कारोबारी
व्यापारियों ने चेतावनी भी दे डाली कि तीन दिनों में हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो वे बनारस बंद करने के लिए विवश होंगे।
वाराणसी, जेएनएन। शांतिप्रिय तरीके से व्यापार कर राष्ट्र निर्माण में सहयोग प्रदान करने वाले व्यापारी अपने साथी पहड़िया कृष्णानगर कालोनी निवासी व्यापारी धर्मेद्र गुप्ता की तीन दिन पूर्व हुई हत्या से अभी भी गम में हैं। साथी को खोने का गम गुरुवार को तीव्र विरोध में बदल गया और अपना कारोबार बंदकर सभी व्यापारी जिला प्रशासन के पास पहुंच गए। प्रशासन के दोनों आला अधिकारियों डीएम व एसएसपी मिलकर धर्मेद्र के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की। चेतावनी भी दे डाली कि तीन दिनों में हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो वे बनारस बंद करने के लिए विवश होंगे।
शहर के करीब 500 कारोबारियों ने सुबह अपने-अपने प्रतिष्ठानों के शटर डाउन ही रखकर संयुक्त व्यापार समिति के तत्वावधान में कलेक्ट्रेट स्थित जिला रायफल क्लब सभागार पहुंच गए। वहां जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह एवं एसएसपी आनंद कुलकर्णी मौजूद थे। व्यापारियों का नेतृत्व कर रहे समिति के संरक्षक उद्यमी आरके चौधरी ने शहर में निरंतर बढ़ती जा रही अपराधिक घटनाओं पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि शातिप्रिय एवं देशभक्त व्यापारियों पर निरंतर आपराधिक घटनाएं घटित हो रही हैं। मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार प्रदेश में कानून का राज स्थापित होने की बातें कहीं जा रही हैं उसके बावजूद अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस का भय खत्म होता जा रहा है। पूछा कि व्यापारी एवं जनता ने क्या अपराध किया है। धर्मेद्र के साथ जो हुआ उससे व्यापारी दहशत में हैं और कार्रवाई में देरी से अपराधी बेखौफ हैं। यह पुलिस प्रशासन के लिए न केवल चुनौती बल्कि शर्म की बात है।
तीन दिन में अपराधी होंगे सलाखों के पीछे व्यापारियों की मांग थी कि व्यापारी धर्मेद्र के हत्यारों को तीन दिन के अंदर गिरफ्तार किया जाए। एसएसपी ने भी कहा कि हम तीन दिन के अंदर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज देंगे। कार्रवाई के लिए क्राइम ब्रांच के साथ ही छह टीमें अलग-अलग जिलों के साथ ही बिहार तक में सक्रिय की गई हैं।
सीसी कैमरा लगाने की योजना जिलाधिकारी ने बताया कि व्यापारी की हत्या कर लाखों लूट लिया जाना दुखद है। एक करोड़ मुआवजा देने का अधिकार शासन स्तर पर होता है। साथ ही धर्मेद्र की पत्नी को नौकरी देने की मांग को भी प्रदेश सरकार के सामने रखेंगे। बताया कि आपराधिक घटनाओं को घटित होने से रोकने के लिए पूरे शहर में सीसी कैमरा लगाने की योजना है। कई स्थानों पर कैमरे लग भी गए हैं। प्रशासन के पास पहुंचने वाले पुलिस-प्रशासन से मिलने पहुंचने वालों में महानगर उद्योग समिति से श्रीनरायन खेमका, प्रेम मिश्रा, अशोक जायसवाल, काशी व्यापार प्रतिनिधिमंडल से राजकुमार शर्मा, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राजेश भाटिया, नीरज पारिख, राहुल मेहता, पंकज अग्रवाल, उ.प्र. उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के राकेश जैन, समेत बदरुद्दीन अहमद, विपिन अग्रवाल, घनश्याम जायसवाल, रवि सर्राफ, रजनीश कन्नौजिया, राकेश जैन, अखिलेश सिंह, सोमनाथ विश्वकर्मा, अजय गुप्ता, आनंद सोनकर, अशोक चौरसिया आदि व्यापारी बंधु उपस्थित रहे।