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Bullet train from Varanasi to Delhi : दीपावली तक बुलेट ट्रेन की डीपीआर के बाद जमीन अधिग्रहण

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से दिल्ली तक बुलेट ट्रेन दौड़ाने के लिए फाइलों की रफ्तार तेज हो गई है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर तैयार हो रही है जिसे दीपावली तक रेल मंत्रालय को सौंप दिए जाने की संभावना है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 06:10 AM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 06:10 AM (IST)
Bullet train from Varanasi to Delhi : दीपावली तक बुलेट ट्रेन की डीपीआर के बाद जमीन अधिग्रहण
वाराणसी से दिल्ली तक बुलेट ट्रेन दौड़ाने के लिए फाइलों की रफ्तार तेज हो गई है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से दिल्ली तक बुलेट ट्रेन दौड़ाने के लिए फाइलों की रफ्तार तेज हो गई है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर तैयार हो रही है जिसे दीपावली तक रेल मंत्रालय को सौंप दिए जाने की संभावना है। इसके बाद जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी। बुलेट ट्रेन के लिए बनारस के 30 गांवों से 22 किलोमीटर का हाई स्पीड कारिडोर गुजरेगा। इसके लिए 30 गांवों की 100 हेक्टेअर भूमि की दरकार होगी। पूर्वोत्तर रेलवे के ज्ञानपुर ट्रैक के किनारे हाईस्पीड कारिडोर निर्माण के लिए जमीन की तलाश पूरी हो गई है।

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भूमि अधिग्रहण के लिए प्रत्येक गांव में समितियां बनाई जाएंगी। किसानों की सहमति से जमीन की खरीद की जाएगी। इससे पहले अधिग्रहण की सूचना प्रसारित की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र में सर्किल रेट से चार गुना और शहरी क्षेत्र में दो गुना मुआवजा दिया जाएगा। अधिकारियों ने विकास कार्य में सभी से सहयोग की अपील की है।

वाराणसी से दिल्ली तक हाई स्पीड कारिडोर निर्माण के लिए नोएडा से लिडार सर्वे कराया जा चुका है। यह हाई स्पीड कारिडोर उत्तर प्रदेश के 22 जिलों तथा दिल्ली के दो जिलों से होकर गुजरेगा। इसमें बनारस की दो तहसीलों राजातालाब व सदर के 30 गांव प्रभावित होंगे। वाराणसी से दिल्ली के लिए बुलेट ट्रेन कुल 810 किमी दूरी तय करेगी। बुलेट ट्रेन के स्पीड का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि दिल्ली तक की दूरी तय करने में जहां तेजस व वंदे भारत जैसी सेमी हाई स्पीड ट्रेनों से नौ घंटे लगते हैं, जबकि बुलेट ट्रेन महज तीन घंटे 40 मिनट में पहुंचा देगी। वाराणसी से दिल्ली तक हाई स्पीड कारिडोर से एक शाखा कारिडोर भी जुड़ेगा जिससे लखनऊ होते हुए अयोध्या तक करीब 135 किमी का सफर भी किया जा सकेगा।

बनारस के इन गांवों से गुजरेगा कारिडोर

गुडिय़ा, पूरे, लच्छापुर, रायपुर, भंजनपुर, रखौना, चित्तापुर, कचनार, असवारी, जगतपुर, नरउर, हरदत्तपुर, बैरवन आदि।

बुलेट ट्रेन का प्रस्तावित मार्ग

दिल्ली के सराय काले खान से शुरू होकर गौतम बुद्ध नगर, मथुरा, आगरा, कानपुर, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज, संत रविदास नगर, मीरजापुर होकर वाराणसी के बनारस स्टेशन पर समाप्त होगा।

डीपीआर बनाने का कार्य अंतिम चरण में है

डीपीआर बनाने का कार्य अंतिम चरण में है। एक महीने के अंदर मंत्रालय को सौंप दिया जाएगा। भारतीय रेलवे के उपक्रम एनएचएसआरसीएल (नेशनल हाई स्पीड रेल कारिडोर लिमिटेड) की तरफ वाराणसी से नई दिल्ली के बीच एरियल सर्वे कराया जा रहा है।

-सुषमा गौड़, प्रवक्ता नेशनल हाई स्पीड रेल कारिडोर लिमिटेड

बुलेट ट्रेन के लिए हाई स्पीड कारिडोर निर्माण का प्रोजेक्ट तैयार हो रहा है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण कार्य होना है, लेकिन अब तक इस बाबत शासन का कोई आदेश नहीं मिला है। तैयारी पूरी है। नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही जिला प्रशासन की ओर से की जाएगी।

-कौशलराज शर्मा, जिलाधिकारी वाराणसी


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