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असम में 'हाथी' नहीं बन सकेगा बसपा का साथी

बसपा का 'हाथी' चुनाव चिन्ह असम में बसपा का कभी साथ नहीं निभा सकेगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Aug 2018 08:45 AM (IST)Updated: Wed, 01 Aug 2018 08:45 AM (IST)
असम में 'हाथी' नहीं बन सकेगा बसपा का साथी
असम में 'हाथी' नहीं बन सकेगा बसपा का साथी

वाराणसी : बहुजन समाज पार्टी का 'हाथी' चुनाव अभियान पर निकला तो क्या गुल खिलाएगा यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन बसपा का 'हाथी' चुनावी बिसात पर असम में पैदल हो जाएगा। कोशिश के बावजूद वहां पर पार्टी हाथी की सवारी नहीं कर पाएगी। समस्या कद-बूते की नहीं बल्कि तकनीकी बाधा की है। असम की क्षेत्रीय पार्टी असम गण परिषद पहले से ही वहां पर हाथी की सवारी कर रही है। चुनाव आयोग से उसे यही सिंबल मिला है। अधिवक्ता और बीएचयू के विधि स्नातक सौरभ तिवारी द्वारा आरटीआइ के तहत मांगी जानकारी में चुनाव आयोग ने यह बात कही है।

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आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वर्तमान में देश में सात राष्ट्रीय राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी, काग्रेस, एनसीपी, बीएसपी, तृणमूल काग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मा‌र्क्सवादी) हैं। राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते बसपा को देश के किसी भी राज्य में चुनाव लड़ने का अधिकार है। हालांकि बसपा की मुसीबत असम में बढ़ जाती है। इसे असम में हाथी चुनाव चिह्न नहीं मिल सकता। आयोग ने बताया है कि बसपा को असम में हाथी की जगह आयोग के सुझाए चिह्नों में किसी एक को चुनना होता है।

चुनाव आयोग ने जवाब में चुनाव चिह्न (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 का हवाला दिया है। इस नियम की धारा 6 (बी) के अनुसार किसी दल को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा तब दिया जाता है जब उस पार्टी ने लोकसभा या विधानसभा चुनाव में चार या चार से अधिक राज्यों में चुनाव लड़ते हुए हर राज्य में कुल वैध मतदान का छह फीसद या इससे अधिक वोट पाया हो। साथ में कम से कम चार प्रत्याशी लोकसभा के लिए चुने गए हों। राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए दूसरी शर्त यह है कि संबंधित दल ने चुनाव में लोकसभा की कुल सीटों में से दो प्रतिशत सीट जीती हो। साथ ही उसकेउम्मीदवार कम से कम तीन राज्यों से चुनकर आए हों। तीसरी शर्त के अनुसार पार्टी के पास कम से कम चार राज्यों में स्टेट पार्टी का दर्जा होना चाहिए। इन तीनों में से किसी भी एक शर्त को पूरा करने पर भारत निर्वाचन आयोग उक्त दल को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे देता है। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल काग्रेस को चुनाव आयोग ने सितंबर 2016 में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया। टीएमसी ने पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में स्टेट पार्टी का दर्जा पाया था।


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