आजमगढ़ में भोजन के लिए सगी बहन को भाई ने चाकू से मार डाला, पुलिस ने आरोपित को दबोचा
मजदूरी करके घर लौटा भाई भोजन न मिलने पर इतने गुस्से में आ गया कि उसने पहले बहन की पिटाई की और उसके बाद चाकू से हमला करके उसे मौत के घाट उतार दिया। गुस्से में घटना को अंजाम देने के बाद उसको कुछ समझ में नहीं आया।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मजदूरी करके घर लौटा भाई भोजन न मिलने पर इतने गुस्से में आ गया कि उसने पहले बहन की पिटाई की और उसके बाद चाकू से हमला करके उसे मौत के घाट उतार दिया।गुस्से में घटना को अंजाम देने के बाद उसको कुछ समझ में नहीं आया, तो पहले लाश को चादर से ढककर बाहर चला गया और जब घर में भीड़ जुटने लगी, तो फिर आ गया।
इससे पहले बहन की चीख सुन घर में घुसे आसपास के लोग वहां का नजारा देख सन्न रह गए और पुलिस को सूचना दी। उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस आरोपित भाई को गिरफ्तार कर थाने लाई, लेकिन आगे की कार्रवाई के लिए तहरीर का इंतजार कर रही थी।
घटना इब्राहिमपुर गांव में सोमवार की सुबह नौ बजे की है।युवती की चीख सुनने के कुछ देर बाद अासपास के लोग पहुंचे तो वह चौकी पर लहूलुहान अवस्था में मृत पड़ी थी।पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई कि भाई ने ही धारदार हथियार से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
इब्राहिमपुर निवासी नौशाद उर्फ मंकू व उसकी बहन हाजरा खातून ही घर पर रहते हैं, जबकि बड़े भाई अफरोज मऊ जनपद के मोहम्मदाबाद गोहना में रहते हैं।
नौशाद गांव के शमसाद अहमद के टेंट हाउस पर रहकर टेंट, बर्तन आदि ढोने का काम करता है।सोमवार की सुबह मजदूरी कर घर आया तो बहन से भोजन मांगा।बहन ने भाेजन नहीं बनाया था।इस बात पर गुस्साए भाई ने पहले बहन को चप्पल से मारा, फिर पास में रखा सब्जी काटने का चाकू उसके हाथ में आ गया, तो उससे हमला कर मौत के घाट उतार दिया।मृतका तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थी।माता- पिता का इंतकाल हो चुका था।
मुबारकपुर थाने के एसआइ महेंद्र शुक्ला ने बताया कि पूछताछ में आरोपित ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है, लेकिन फिलहाल किसी ने तहरीर नहीं दी है।