आजमगढ़ में पूर्व सांसद रमाकांत यादव के आवास पर खाद्यान वितरण में टूटी शारीरिक दूरी
आजमगढ़ में सपा के पूर्व सांसद रमाकांत यादव के शहर के परानापुर आवास पर सहायता पाने को भीड़ उमड़ी तो शारीरिक दूरियां बनाए रखने के निर्देश की धज्जियां उड़ गईं।
आजमगढ़, जेएनएन। जिले में कोरोना संबंधी अनहोनी के बादल मंडराने लगे हैं। बैंक, बाजार के बाद जिम्मेदारों के घरों पर भी शारीरिक दूरियां बनाए रखने की सतर्कता का पालन नहीं हो पा रहा है। मंगलवार को सपा के पूर्व सांसद रमाकांत यादव के शहर के परानापुर आवास पर सहायता पाने को भीड़ उमड़ी तो शारीरिक दूरियां बनाए रखने के निर्देश की धज्जियां उड़ गईं। अभी पुरानी जेल के पीछे कांशीराम कालोनी में पांच अप्रैल की रात जुलूस निकाले जाने की खबर सुर्खियां बनीं थीं। जिम्मेदारों के चुप्पी साधने से जिले पर अनहोनी की आशंकाओं के बादल मंडराने लगे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण हिल गई है। लॉकडाउन को लेकर एक संकेत दिया गया है, कि कोरोना मरीज मिलते रहे तो बंदी बरकरार रहेगी। मंगलवार को एक और मरीज की पॉजिटिव रिपोर्ट भी आ गई, बावजूद इसके शारीरिक दूरी बनाए रखने के निर्देशों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। सपा के पूर्व सांसद रमाकांत यादव ने परानापुर स्थित अपने आवास पर खाद्यान्न देने के लिए लोगों को बुला लिया। भीड़ उमड़ी तो मीडिया की नजरों से बच नहीं सकी। पूर्व सांसद ने कहा कि मैने शारीरिक दूरी बनवाने की कोशिश की थी। एक-एक मीटर की दूरी पर लाइन भी लगवाई, लेकिन खाद्यान्न बंटने लगा तो भीड़ उमड़ पड़ी। अबोध होने के कारण जनता कंट्रोल में न हो पाई। ऐसे में जल्दी से बांटकर सबको वापस भेज दिया गया। अनुमति के संबंध में बताया कि एसडीएम ने नहीं दिया लेकिन राहत सामग्री आ चुकी थी। पूर्व सांसद के खिलाफ पहले भी कोरोना को लेकर दिए विवादित बयान देने के बाद केस दर्ज हुआ था। कोरोना की महामारी के बीच सहायता पाने के लिए भीड़ उमड़ने की भनक पर पुलिस भी पहुंच गई थी।