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पीएम की काशी में सूखे स्‍टेडियम में चल रही है अभ्यास की नाव, प्रशिक्षुओं की प्रैक्टिस हुई वायरल

बिना पानी नौकायन और चप्पू के नौकायन का अभ्यास करते हुए आपने किसी को देखा है? अगर नहीं देखा है तो आप वाराणसी के सिगरा में स्थित डॉ.संपूर्णानंद स्टेडियम जा सकते हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 11 Sep 2019 03:32 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 10:27 PM (IST)
पीएम की काशी में सूखे स्‍टेडियम में चल रही है अभ्यास की नाव, प्रशिक्षुओं की प्रैक्टिस हुई वायरल
पीएम की काशी में सूखे स्‍टेडियम में चल रही है अभ्यास की नाव, प्रशिक्षुओं की प्रैक्टिस हुई वायरल

वाराणसी, जेएनएन। बिना पानी, नौकायन और चप्पू के नौकायन का अभ्यास करते हुए आपने किसी को देखा है? अगर नहीं देखा है तो आप वाराणसी के सिगरा में स्थित डॉ.संपूर्णानंद स्टेडियम जा सकते हैं। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में मंगलवार को स्‍टेडियम में तीन प्रशिक्षु सीढिय़ों में बैठकर चप्पू की जगह डंडा लेकर इसी तरह से नौकायन का अभ्यास कर रहे थे।

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जब इस बारे में अंशकालिक मानदेय प्रशिक्षक मनीष कुमार तिवारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गंगा नदी में बाढ़ के कारण इस समय वह वहां पर नौकायन का अभ्यास नहीं करा पा रहे हैं। प्रशिक्षुओं को नौकायन की शुरुआती जानकारी देने के लिए इस तरह का अभ्यास कराया जाता है। प्रयागराज में भी ऐसा किया जाता है। इसके अलावा राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण (एनआइएस) के त्रिवेद्रम केंद्र में भी इसको प्रयोग में लाया जाता है। नौकायन के अलावा कयाकिंग और कैनोइंग में भी इस तरह का प्रशिक्षण दिया जाता है।

उप क्रीड़ाधिकारी सुनील कुमार मांझी ने बताया कि वाराणसी में पहली बार खेल निदेशालय उत्तर प्रदेश ने नौकायन और कयाकिंग एंड कैनोइंग के अंशकालिक मानदेय प्रशिक्षण नियुक्त किए हैं। इस समय गंगा नदी में बाढ़ आई हुई है। प्रशिक्षुओं का नुकसान न हो इसलिए उन्हें शैडो अभ्यास कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश नौकायन संघ के सचिव सुधीर शर्मा ने बताया कि बाढ़ के कारण प्रशिक्षुओं का दिन खराब न हो इसके लिए डेमो अभ्यास करना गलत नहीं है। बनारस में पहली बार रोइंग का प्रशिक्षण शिविर आवंटित हुआ है। जल्द ही यहां पर उपकरण उपलब्ध करा दिए जाएंगे।


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