हॉटस्पॉट क्षेत्र में रहने वाले ब्लड बैंक कर्मी पहुंचा डयूटी करने, अस्पताल को सील करते हुए कराया सैनिटाइज
लापरवाही ने बनारस में कोरोना को बढ़ाने का काम किया है। ऐसा ही मामला सोमवार को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में देखने को मिला।
वाराणसी, जेएनएन। लापरवाही ने बनारस में कोरोना को बढ़ाने का काम किया है। ऐसा ही मामला सोमवार को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में देखने को मिला। जहां एसआइसी डा. बीएन श्रीवास्तव के मना करने के बाद भी ब्लड बैंक कर्मचारी पहुंच गया। अस्पताल प्रशासन को इसकी जानकारी हुई तो सख्ती करते हुए पुलिस को सूचित किया। साथ ही ब्लड बैंक को सील करते हुए सैनिटाइज कराया। वहीं हॉटस्पॉट क्षेत्र में रहने वाले ब्लड बैंक के एक कर्मचारी को मना करने के बाद भी ड्यूटी पर आने के बाद उसके खिलाफ कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराकर मंडलीय अस्पताल का ब्लड बैंक सील कर दिया गया।
हॉट स्पॉट क्षेत्र बागबरियार सिंह मोहल्ले में बीएचयू के कोरोना पॉजिटिव लैब टेक्नीशियन के पड़ोस में रहने वाला एक युवक शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल के ब्लड बैंक में बतौर सहायक कार्यरत है। युवक को एसआइसी की ओर से ड्यूटी पर आने के लिए मना कर दिया गया था बावजूद इसके युवक सोमवार को ब्लड बैंक पहुंचा तो वहां हड़कंप मच गया। एसआइसी डा. बीएन श्रीवास्तव को स्टॉफ के लोगों ने सूचना दी तो उन्होंने तत्काल इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। मौके पर जब तक पुलिस पहुंचती युवक सबको चकमा देकर वहां से फरार हो गया। इसके बाद एसआइसी डा. बीएन श्रीवास्तव ने युवक के खिलाफ कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद ब्लड बैंक को सैनिटाइजेशन कर 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। डा. बीएन श्रीवास्तव ने बताया कि एक बार और सैनिटाइजेशन कर मंगलवार को ब्लड बैंक खोला जाएगा।
जरूरतमंदों को नहीं मिला ब्लड
ब्लड लेने पहुंचे जरूरतमंदों को परेशानी हुई। ब्लड बैंक के अचानक सील हो जाने से दिनभर जरूरतमंदों की कतार ब्लड बैंक के सामने देखी। खुलने की उम्मीद लगाए लोग ब्लड बैंक के सामने घंटों खड़े रहे। सिर्फ मंडलीय अस्पताल ही नहीं आसपास के अस्पतालों के जरूरतमंद भी पहुंचे थे।