पीएमओ के ट्विटर पर विजय की फोटो को लाइक्स की भरमार, नामांकन के बाद पिता के पैरों से लिपट कर रोए थे
घोसी विधानसभा के उपनिर्वाचन में भाजपा प्रत्याशी ने अपने पिता के पैर छुए तो पीएमओ ने अपने ट्विटर पर वायरल कर दिया है। इस पर लाइक्स और री-ट्विटर की भरमार है।
मऊ, जेएनएन। इसे भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और अंत्योदय की साधना का एक और उदाहरण ही कह सकते हैं। एक सब्जी विक्रेता का पुत्र आज घोसी विधानसभा के उपनिर्वाचन में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार है। सोमवार को नामांकन के पूर्व आयोजित सभा में पिता जब बेटे को माला पहनाकर आशीर्वाद देने पहुंचे तो उम्मीदवार पुत्र उनके चरणों से लिपट कर फटक कर रो पड़ा। पिता भी भावुक हो उठे फिर तो यह दृश्य वहां मौजूद हर शख्स की आंखें गीली कर गया। इस फोटो को पीएमओ ने अपने ट्विटर पर इसे वायरल कर दिया है। इस पर लाइक्स और री-ट्विटर की भरमार है।
घोसी विधानसभा के विधायक रहे फागू चौहान बिहार के राज्यपाल हो गए। उनसे रिक्त हुई इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। भाजपा ने यहां से अपने एक युवा कार्यकर्ता विजय राजभर को प्रत्याशी बनाया है। विजय राजभर की पारिवारिक पृष्ठभूमि कोई राजनीतिक नहीं। उनके पिता नगर के आजमगढ़ रोड ओवरब्रिज के नीचे ठेले पर सब्जी की दुकान लगाते हैं। एक सब्जी विक्रेता के पुत्र को विधानसभा का टिकट मिलने से मुहल्ले के लोगों में काफी उत्साह था। सोमवार को जब कलेक्ट्रेट में नामांकन के पूर्व नगर के आरएस प्लाजा में नामांकन जुलूस का कार्यक्रम था। मुहल्ले वाले फूल-माला लेकर विजय का स्वागत करने व आशीर्वाद देने वहां पहुंच गए। लोगों के साथ भीड़ मेें विजय के पिता भी बेटे को आशीर्वाद देने हाथ में माला लेकर पहुंचे थे, उन्हें देखते ही विजय उनके पास पहुंचे और चरण स्पर्श करते हुए पैरों को पकड़कर कर फूट-फूट कर रोने लगे। पिता भी खुद पर काबू न रख सके। पिता-पुत्र के इस मिलन व भावुकता का देख पूरा वातावरण भी भावुक हो गया। पिता-पुत्र के इस भावुक मिलन को देख सभी की आंखें भर आईं। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने उन्हें उठाकर ढांढस बंधाया तो दूसरे काबीना मंत्री दारा ङ्क्षसह चौहान ने प्रत्याशी पिता को माला पहनाकर उन्हें प्रणाम किया। अत्यंत सामान्य व निर्धन परिवार के विजय राजभर संघ के स्वयंसेवक हैं। भाजपा कायकर्ता के तौर पर काम करते हुए वे अपने वार्ड से नगर के सभासद चुने गए। इसके बाद भाजपा के नगर अध्यक्ष का दायित्व निर्वहन करने के बाद जिला कार्यकारिणी में पदाधिकारी बनाए गए। मूल रूप से सदर विधानसभा के निवासी विजय को पार्टी ने घोसी सीट से उम्मीदवार बनाकर एक तीर से कई निशाने लगाए हैं।