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बिस्मिल्लाह खां के पौत्र ने पीएम को लिखा पत्र, नामांकन कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा

भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के पौत्र नासिर अब्बास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर नामांकन कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा जताई है।

By Vandana SinghEdited By: Published: Fri, 12 Apr 2019 06:32 PM (IST)Updated: Fri, 12 Apr 2019 06:40 PM (IST)
बिस्मिल्लाह खां के पौत्र ने पीएम को लिखा पत्र, नामांकन कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा
बिस्मिल्लाह खां के पौत्र ने पीएम को लिखा पत्र, नामांकन कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा

वाराणसी, जेएनएन। भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के पौत्र नासिर अब्बास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर नामांकन कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा जताई है। उनके इस कदम ने सियासी गलियारे में चर्चाओं के बाजार को गर्म कर दिया है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र में उन्होंने वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहने का आग्रह किया है। साथ ही पत्र में 22 सितंबर 2017 को दीन दयाल हस्तकला संकुल के उद्घाटन के दौरान उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की एक शहनाई पीएम मोदी को भेंट करने का भी जिक्र है, जो अब वहां के क्राफ्ट संग्रहालय की शोभा बढ़ा रही है। इस संदर्भ में नासिर अब्बास का कहना है कि पत्र मेरी ओर से ही लिखा गया है। अपने दादा की तरह दुनिया को बनारस से सद्भावना का पैगाम देने के लिए मैंने यह कदम उठाया है। नासिर अब्बास उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के दूसरे पुत्र स्व. नैय्यर हुसैन के पुत्र हैं और वे बेनियाबाग स्थित पुश्तैनी आवास में ही निवास करते हैं।

वहीं उस्ताद के तीसरे पुत्र जामिन हुसैन के साहबजादे आफाक हैदर ने इस संदर्भ में कहा कि अभी दो चाचा जीवित हैं। प्रस्तावक बनने की बात हो हो या नामांकन कार्यक्रम में शिरकत की, पूरे परिवार की रजामंदी से वे ही जाएंगे। फिलहाल अभी इस पर कोई बात परिवार में नहीं उठी है। ज्ञात हो कि उस्ताद के पांच पुत्र थे। हाजी महताब हुसैन, नैय्यर हुसैन व जामिन हुसैन का इंतकाल हो चुका है, जबकि काजिम हुसैन व नाजिम हुसैन अभी हयात में (जीवित) हैं।

वर्ष 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लडऩे का ऐलान किया था, उस दौरान उस्ताद के तीसरे पुत्र जामिन हुसैन जीवित थे। पार्टी स्तर पर उन्हें प्रस्तावक बनाने की जोरदार पहल की गई थी। मगर किन्हीं कारणों से आखिरी समय में सहमति नहीं बन सकी।


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