Lockdown के बाद BHU करेगा हर छात्र की जांच, कम समय में की जाएगी पूल टेस्टिंग
लॉकडाउन के बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सामने सबसे बड़ी चुनौती छात्रों को परिसर में सुरक्षित माहौल देने की होगी। इसके लिए वापस आने वाले सभी छात्रों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। लॉकडाउन के बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सामने सबसे बड़ी चुनौती छात्रों को परिसर में सुरक्षित माहौल देने की होगी। इसके लिए वापस आने वाले सभी छात्रों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। करीब 30 हजार छात्रों की जांच के लिए पूल टेस्टिंग की प्रक्रिया अपनाई जाएगी ताकि परिसर में कोरोना को लेकर किसी को भी कोई शंका न रहे।
कुलपति प्रो. राकेश भटनागर के मुताबिक लॉकडाउन के बाद विश्वविद्यालय में एकदम से भीड़ नहीं बढऩे दी जाएगी। पूल टेस्टिंग के जरिए सभी की कोरोना जांच होगी। उसके बाद ही कक्षाएं नियमित संचालित होंगी। पूल टेस्टिंग में 30 छात्रों का सैंपल मिक्स कर एक बार में एक ही किट से जांच की जाएगी। यानी विवि के 30 हजार विद्यार्थियों की जांच एक हजार किट से ही संभव होगी। जिस ग्रुप का रिजल्ट पॉजिटिव आएगा, उसके प्रत्येक सदस्य की व्यक्तिगत जांच होगी। इसके अलावा विवि के शिक्षकों-कर्मचारियों की भी जांच इसी प्रक्रिया से कराई जाएगी। इसके बाद ही पठन-पाठन व परीक्षाओं का संचालन होगा।
प्रथम-द्वितीय सेमेस्टर के बच्चे अगली कक्षा में प्रमोट होंगे, परीक्षा बाद में
प्रो. भटनागर ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए कई तरह की रणनीति तैयार की गई है, जो इस बात पर निर्भर है कि तीन मई के बाद लॉकडाउन खत्म होगा या नहीं। फिलहाल अंतिम वर्ष के छात्रों विशेष ध्यान दिया जाएगा। ऑनलाइन पाठ्य सामग्री मुहैया कराते हुए उन्हें परीक्षा के लिए तैयार किया जा रहा है। लॉकडाउन खुलते ही उनकी तैयारियों का जायजा लेते हुए जल्द से जल्द परीक्षा कराई जाएगी। प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा। उनकी परीक्षाएं बाद में ली जाएंगी। लॉकडाउन के मद्देनजर फिलहाल 26 अप्रैल व 10 मई को प्रस्तावित स्नातक व परास्नातक प्रवेश परीक्षा टाल दी गई है, बाकी की परीक्षा तय समय पर ही होंगे। यदि लॉकडाउन की अवधि बढ़ती है तो उन पर भी निर्णय लिया जाएगा।