खुशी : दुनिया के श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में जल्द शुमार होगा बीएचयू : प्रो. सिम्हाद्री
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव और गुणवत्ता की दिशा में सकारात्मक बदलाव की वजह से काशी हिंदू विश्वविद्यालय बहुत जल्द दुनिया के शीर्ष शिक्षण संस्थानों में शामिल होगा।
वाराणसी, [मुहम्मद रईस]। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव और गुणवत्ता की दिशा में सकारात्मक बदलाव की वजह से काशी हिंदू विश्वविद्यालय बहुत जल्द दुनिया के शीर्ष शिक्षण संस्थानों में शामिल होगा। यह बातें बीएचयू के पूर्व कुलपति व यूजीसी के सदस्य प्रो. वाईबी सिम्हाद्री ने कही। वह गतदिन शिक्षाविदों संग विमर्श में शामिल होने बीएचयू पहुंचे थे।
शैक्षणिक गतिविधियों पर विमर्श के बाद दैनिक जागरण से बातचीत में प्रो.सिम्हाद्री ने कहा कि विगत कुछ वर्षों के दौरान केंद्र सरकार ने उच्च शिक्षा के उन्नयन व सुधार की दिशा में कई ठोस व कारगर कदम उठाए हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम जल्द दिखाई देंगे। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सरकार 61 साल पुराने यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन (यूजीसी) और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) को खत्म कर हायर एजुकेशन के लिए एक नियामक बनाने पर विचार कर रही है। इस नए नियामक को अस्थाई रूप से 'हायर एजुकेशन एम्पावरमेंट रगुलेशन एजेंसी' (एचइइआरए) नाम दिया गया है। बताया यूजीसी और एआईसीटीसी को हटाकर एक सिंगल रेग्यूलेटर का आना सबसे क्लीन और बड़ा रिफॉर्म होगा। इससे जहां उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा, वहीं जनोपयोगी अनुसंधान के कारण देश के विश्वविद्यालय दुनिया भर के शिक्षण संस्थानों को टक्कर देंगे।
महामना की बगिया में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में चल रहे अनुसंधान व सुधार की सराहना करते हुए कहा कि बीएचयू के विद्यार्थियों ने दुनियाभर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। अब समय आ गया है, जब यहां के विद्यार्थियों व शिक्षकों के संयुक्त प्रयास से बीएचयू दुनिया के श्रेष्ठतम विश्वविद्यालयों की श्रेणी में शुमार हो।