आश्वासन पर माने ट्रामा सेंटर के जूनियर डाक्टर, हड़ताल खत्म होने के बाद सोमवार को कामकाज सामान्य
बीएचयू के ट्रामा सेंटर में ड्यूटी के दौरान मारपीट करने से क्षुब्ध जूनियर डाक्टरों ने रविवार देर रात विवि प्रशासन की ओर से मिले आश्वासन के बाद अपनी हड़ताल समाप्त कर दी।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के ट्रामा सेंटर में ड्यूटी के दौरान मारपीट करने से क्षुब्ध जूनियर डाक्टरों ने रविवार देर रात विवि प्रशासन की ओर से मिले आश्वासन के बाद अपनी हड़ताल समाप्त कर दी। सोमवार की सुबह से ट्रामा सेंटर की सभी ओपीडी सहित अन्य सेवाएं सुचारु रूप से संचालित होने लगीं तो बीमार और तीमारदारों ने राहत की सांस ली। वहीं सोमवार की सुबह से मरीजों की लगी लंबी कतार को संभालने में जूनियर डाक्टरों ने सक्रिय भूमिका निभायी।
दरअसल ट्रामा सेंटर-बीएचयू में 28 फरवरी को जूनियर डॉक्टर से मारपीट के बाद शनिवार को जूनियर डाक्टर सुबह से ही हड़ताल पर चले गए थे। इस बीच विवि प्रशासन ने उन्हें मनाने की बहुत कोशिश की। रविवार देर रात आइएमएस निदेशक प्रो. आरके जैन, चीफ प्राक्टर प्रो. ओपी राय सहित अन्य शिक्षकों ने जूनियर डाक्टरों को उनकी मांगे मान लिए जाने का आश्वासन दिया। इतना ही नहीं घटना की शीघ्र जांच के लिए विवि की ओर से जिला प्रशासन को एक पत्र भी लिखा गया। इसके बाद रेजिडेंट डाक्टर हड़ताल खत्म करने पर सहमत हुए।
संस्थान निदेशक प्रो. जैन ने आश्वस्त किया कि सीसीटीवी कैमरे दुरुस्त कराने, हास्पिटल में रोटेशन पर गार्डों की तैनाती और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर बाउंसर रख दिए जाएंगे। वहीं मारपीट की घटना की जांच के लिए कमेटी का भी गठन किया जाएगा, जो अपनी रिपोर्ट कुलपति को देगी। इसके अलावा बीएचयू हास्पिटल और ट्रामा सेंटर में सेंट्रल अलार्म सिस्टम स्थापित किया जाएगा, ताकि विषम परिस्थितियों में अलार्म के माध्यम से सुरक्षा को पुख्ता किया जा सके। साथ ही डाक्टर व रेजिडेंट डाक्टर की ओर से मदद की गुहार लगाई जा सके। विवि प्रशासन की ओर से ठोस आश्वासन मिलने के बाद जूनियर डाक्टरों ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा कर दी।
बोले अधिकारी : जिला प्रशासन को घटना की शीघ्र जांच के लिए पत्र भी लिखा गया है। जूनियर डाक्टरों की सभी मांगे मान ली गई हैं, जिसके बाद उनकी ओर से हड़ताल खत्म कर दिया गया है। - प्रो. ओपी राय, चीफ प्राक्टर-बीएचयू।