बीएचयू में बवाल के दूसरे दिन छात्रों का धरना-प्रदर्शन, पूरे दिन तनाव पूर्ण शांति
बीएचयू बवाल के बाद गुरुवार को तनावपूर्ण शांति रही। हालांकि हास्टल से लेकर कैंपस तक में बवाल को लेकर सुगबुगाहट लोगों में होती रही।
वाराणसी (जेएनएन)। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बुधवार को हुई बवाल की घटना को लेकर गुरुवार को भी गहमागहमी बनी रही। जिला प्रशासन की ओर से उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करने व नुकसान की जल्द भरपाई का आश्वासन मिलने पर 30 घंटे बाद गुरुवार दोपहर बाद तीन बजे डा. सीपीआर अय्यर छात्रावास के छात्रों का धरना समाप्त हो गया।
उपद्रव में तीन दर्जन बाइक क्षतिग्रस्त
एक दिन पूर्व नाश्ते के विवाद में बिड़ला के छात्रों ने अय्यर छात्रावास के छात्रों को पीट दिया था। इतना ही नहीं छात्रावास में उपद्रव करते हुए लगभग तीन दर्जन बाइक को भी क्षतिग्रस्त किया था। इसके बाद मामले में उचित कार्रवाई की मांग को लेकर अय्यर तथा विज्ञान संकाय के छात्र सुबह नौ बजे धरने पर बैठ गए। देर रात कुलपति व कुलसचिव भी बारी-बारी से छात्रों को मनाने पहुंचे, लेकिन वार्ता असफल रही। वहीं दूसरे दिन भी धरना जारी रहा और उनकी अपील पर विज्ञान संकाय में कक्षाएं नहीं चलीं। संकाय के शिक्षकों सहित डीन ने भी छात्रों को मनाने की कोशिश की।
उचित कार्रवाई का भरोसा
वहीं एसपी सिटी दिनेश सिंह के आश्वासन के बाद अय्यर के छात्रों का धरना 30 घंटे बाद समाप्त हो गया। इस दौरान उन्होंने छात्रों से मांग पत्र लिया और उचित कार्रवाई का भरोसा भी दिया। उधर बिड़ला छात्रावास व कला संकाय के छात्रों ने निर्दोषों को पुलिस अभिरक्षा में लेने का आरोप लगाते हुए संकाय से समर्थन जुटाते हुए मैत्रेयी चौराहे पर चक्का जाम किया। बिड़ला के छात्रों ने बेकसूर छात्रों को तत्काल छोडऩे की मांग रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शाम लगभग पांच बजे अपने साथियों को छोड़े जाने की सूचना पर बिड़ला के छात्र भी धरने से उठ गए। इस बीच एलडी गेस्ट हाउस पहुंचे बिड़ला छात्रावास के कुछ छात्रों ने पुलिस अधिकारियों के सामने अपना पक्ष प्रस्तुत किया।