चाय के चक्कर में सुलगा बीएचयू, सिंहद्वार बंद कर प्रदर्शन, बीएचयू के छात्रों व बाहरी युवकों के बीच हुई मारपीट
आए दिन किसी न किसी बात को लेकर बीएचयू में बवाल हो रहता है। प्रो. फिरोज को लेकर लगातार चल रहे विरोध-प्रदर्शन के बीच रविवार की रात बीएचयू के छात्रों व बाहरी युवकों के बीच हुई मारपीट
वाराणसी, जेएनएन। आए दिन किसी न किसी बात को लेकर बीएचयू में बवाल हो रहता है। प्रो. फिरोज को लेकर लगातार चल रहे विरोध-प्रदर्शन के बीच रविवार की रात बीएचयू के छात्रों व बाहरी युवकों के बीच हुई मारपीट हो गई। मौके पर पहुंची लंका पुलिस ने जिस तरह से कार्रवाई की, वह छात्रों के साथ क्षेत्रीय लोगों को भी नागवार लगी। हालांकि एसएसपी के आदेश पर चौकी प्रभारी को सस्पेंड भी कर दिया गया लेकिन छात्र इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। सोमवार को छात्रों के एक गुट ने दारोगा के खिलाफ केस दर्ज करने समेत सात सूत्रीय मांग को लेकर सिंहद्वार बंदकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। पुलिस अधिकारियों व बीएचयू प्रशासन से जुड़े लोगों ने छात्रों को समझा-बुझाकर किसी तरह सिंहद्वार से हटाया और गेट खुलवाया। बीएचयू छात्रों और छित्तपुर इलाके के कुछ युवकों के बीच रविवार की रात लंका चौराहे पर चाय पीने के दौरान किसी बात को लेकर मारपीट हो गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस छात्रों को बेरहमी से पीटने लगी। चितईपुर चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह सहित चार पुलिसकर्मियों ने चाय पी रहे लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। चाय विक्रेता की भट्ठी पुलिस ने तोड़ दी। मारपीट की सूचना पर कई छात्र संगठन के नेता थाने पहुंच गए। छात्रों का हुजूम देखकर कई थानों की फोर्स भी लंका क्षेत्र पहुंच गई। एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह, एसपी सिटी दिनेश सिंह ने छात्र नेताओं से बातचीत के बाद एसएसपी को मामले से अवगत कराया। एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से आरोपित दारोगा को सस्पेंड कर दिया। मारपीट के आरोपित दारोगा के खिलाफ हुई पुलिसिया कार्रवाई से असंतुष्ट छात्रों का एक गुट सोमवार को फिर धरने पर बैठ गया। छात्र दोषी दारोगा प्रकाश सिंह के खिलाफ एफआइआर, विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सभी छात्र व छात्रों की सुरक्षा की गारंटी के साथ ही सीर पुलिस चौकी हटाने, परिसर से पीएसी कैंप हटाए जाने की मांग की। - चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। मामले की जांच कराई जा रही है। सुरक्षा कारणों से पुलिस चौकी और परिसर से पीएसी कैंप नहीं हटाया जा सकता है। दिनेश सिंह, एसपी सिटी --- सिपाही ने दर्ज कराया लंका थाने में मुकदमा - मालवीय चौराहे के पास रविवार की देर रात दो गुटो में हुई मारपीट के बाद पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में छात्र धरना दे रहे थे तो दूसरी तरफ सिपाही ने लंका थाने में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मऊ के रहने वाले सुमित सिंह लंका थाना पर आरक्षी पद पर तैनात हैं। बीती रात सुमित मालवीय चौराहे से लंका की तरफ आ रहे थे। इस दौरान मालवीय चौराहे के पास स्थित एक चाय की दुकान पर दो गुट आपस में भिड़ गए। दोनो गुटों के बीच मारपीट होने लगी। जबरदस्त मारपीट होने लगी। रास्ते से गुजर रहे सिपाही सुमित की नजर पड़ी तो मारपीट कर रहे युवको का बीच-बचाव किया। जिससे एक गुट नाराज हो गया और जान से मारने की धमकी देकर पीट दिया। सिपाही के सिर में गंभीर चोट पहुंची। सुमित को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।