बीएचयू इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के लिए रिपोर्ट तैयार
वाराणसी में इमरजेंसी मेडिसिन एसोसिएशन की ओर से बीएचयू में 'विजन 2025' बैठक आयोजित हुई।
वाराणसी : इमरजेंसी मेडिसिन एसोसिएशन की ओर से आइएमएस, बीएचयू में चली 'विजन 2025' बैठक की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। तीन दिन में यह रिपोर्ट अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली को सौंपी जाएगी। यहां से बनी हुई रिपोर्ट को कंपाइल कर सरकार को सौंपी जाएगी। ताकि देश के सभी मेडिकल कालेजों में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग खोला जा सके। देश में 420 मेडिकल कालेज हैं, जिसमें मात्र 28 में ही यह विभाग है। आने वाले दिनों में आखिरकार इससे प्राप्त परिणाम को देश भर में लागू करने से आम जनता को ही आखिकार सहूलियत हासिल होगी।
यह जानकारी ईएम इंडिया - 2018 कार्यक्रम में आए इमरजेंसी मेडिसिन एसोसिएशन के प्रमुख सचिव डा. विमल कृष्णन ने शनिवार को बातचीत में दी। उन्होंने बताया इसको लेकर बीएचयू में दो दिनों की बैठक हुई। सरकार की मंशा है कि इमरजेंसी में आने वाले अधिक से अधिक मरीजों की जान बचाई जा सके। इस समय को गोल्डन आवर कहा जाता है। यानी उस समय मरीजों को हर स्तर पर बेहतर सुविधा चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि ट्रेंड डाक्टर, नर्स व पैरा मेडिकल स्टाफ मरीज को टेक ओवर करें। इसके लिए एंबुलेंस में लाने वाले से लेकर अस्पताल के स्टाफ को भी इसके लिए ट्रेंड किया जाएगा। साथ ही जिला अस्पतालों के भी इमरजेंसी टीम को इसके लिए ट्रेंड करने की योजना बनाई गई है। शनिवार को केएन उडप्पा सभागार में 'सोनो चक्रव्यूह' प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर डा. कुंदन कुमार, प्रो. सुनीत कुमार शुक्ला, डा. विक्रम गुप्ता, डा. देवेश यादव आदि मौजूद थे।