BHU फर्जी इंटर्न मामला: जांच समिति के सामने पेश हुए इंटर्न, रखा अपना पक्ष
जांच समिति अब विभागाध्यक्ष व संबंधित कंसलटेंट से भी उनका पक्ष लेगी। समिति ने पुलिस से आरोपितों के वाट्सएप चैट की कापी मांगी थी लेकिन यह उपलब्ध नहीं हो पाई। 18 जनवरी को स्त्री एवं प्रसूति रोग के एमसीएच विंग में फर्जी इंटर्न बनकर एक ड्यूटी करते पकड़ा गया था।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल व ट्रामा सेंटर में पकड़े गए फर्जी इंटर्न के मामले में अस्पताल प्रशासन की ओर से गठित समिति की बैठक मंगलवार को हुई। सारे साक्ष्यों का अवलोकन किया गया। इसमें आरोपित चारों इंटर्न पेश हुए। इंटर्न से करीब दो घंटे पूछताछ की गई। उन्हें अपना पक्ष रखा का पूरा मौका दिया गया।
जांच समिति अब विभागाध्यक्ष व संबंधित कंसलटेंट से भी उनका पक्ष लेगी। समिति ने पुलिस से आरोपितों के वाट्सएप चैट की कापी मांगी थी, लेकिन यह उपलब्ध नहीं हो पाई। 18 जनवरी को स्त्री एवं प्रसूति रोग के एमसीएच विंग में फर्जी इंटर्न बनकर एक ड्यूटी करते पकड़ा गया था। उससे कड़ाई से पूछताछ किए जाने पर दो और फर्जी इंटर्न का नाम बताया था। साथ ही तीनों आरोपितों ने बीएचयू अस्पताल में चार इंटर्न के नाम पर ड्यूटी करने की बात स्वीकारी थी।
इस मामले में लंका पुलिस ने सातों के खिलाफ एफआइआर की थी। वहीं इस मामले की जांच के लिए संस्थान स्तर पर प्रो. संजीव कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई। बताया जा रहा है कि अगर पुलिस व आइएमएस की ओर से आरोपितों के स्टेटमेंट उपलब्ध गए होते तो जांच और आसान हो गई होती।