26 अप्रैल और 10 मई को होने वाली BHU की entrance exam स्थगित, विद्यालय प्रवेश परीक्षा भी टली
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने 26 अप्रैल 2020 और 10 मई 2020 को होने वाली स्नातक व परास्नातक प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोनावायरस की वैश्विक महामारी को फैलने से रोकने के लिए 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने के भारत सरकार के निर्णय के मद्देनज़र काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने 26 अप्रैल 2020 और 10 मई 2020 को होने वाली स्नातक व परास्नातक प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। इन दोनो तारीखों को पूर्वनिर्धारित प्रवेश परीक्षाओं की नई तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी।
इसके अलावा 1 मई 2020 से 6 मई 2020 के बीच निर्धारित विद्यालय प्रवेश परीक्षा को भी फिलहाल टाल दिया गया है। इन प्रवेश परीक्षाओं की नई तारीख़ बाद में घोषित की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन की सभी अभ्यर्थियों को सलाह है कि वे प्रवेश परीक्षा से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए विश्वविद्यालय के प्रवेश परीक्षा पोर्टल (www.bhuonline.in) को नियमित रूप से देखते रहें।
लॉकडाउन के चलते प्रवेश प्रक्रियाओं पर ग्रहण, प्रवेश परीक्षा की तिथियों में भी फेरबदल होने की संभावना
नए शैक्षिक सत्र के प्रवेश प्रक्रियाओं पर कोरोना संक्रमण का ग्रहण लग गया है। लॉकडाउन के चलते विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के स्नातक वार्षिक व स्नातकोत्तर सेमेस्टर परीक्षाएं फंसी हुई है। ऐसे में अब स्नातक व स्नातकोत्तर की प्रवेश परीक्षाओं के भी स्थगित होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व उदय प्रताप महाविद्यालय में नए सत्र में दाखिले के ऑनलाइन आवेदन भरे जा रहे हैं। दोनों संस्थाएं प्रवेश परीक्षा का टाइम टेबल भी जारी कर चुके हैं। विद्यापीठ में प्रवेश परीक्षाएं 24 मई से 31 मई तक दो पालियों में होनी है। वहीं यूपी कालेज में 10 जून से 17 जून तक प्रवेश परीक्षा आयोजित हैं। दूसरी ओर कई महाविद्यालय अब तक प्रवेश प्रकिया तक नहीं शुरू कर सके हैं। ऐसे में दाखिले में देरी होना तय माना जा रहा है।
कोरोना संक्रमण के प्रकोप के चलते इस वर्ष परिषदीय विद्यालयों में वार्षिक परीक्षाएं ही नहीं हो सकी। बगैर परीक्षा के ही सभी बच्चों को अगली कक्षा में पदोन्नति दे दी गई। उधर सीबीएसई व सीआइएससीई के हाईस्कूल व इंटर के कई पेपर की परीक्षाएं अभी होनी है। संस्कृत बोर्ड, यूपी कालेज, विद्यापीठ सहित अन्य संस्थाओं को परीक्षाएं स्थगित करनी पड़ी है। ऐसे में लॉकडाउन खत्म होने के बाद परीक्षाएं कराना विश्वविद्यालयों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। यदि वार्षिक व स्नातकोत्तर सेमेस्टर परीक्षाएं जून तक चलती है तो मई-जून में प्रवेश परीक्षाएं कराना विश्वविद्यालयों के लिए आसान नहीं होगा। इसी प्रकार माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालयों में भी प्रवेश प्रक्रिया पर ब्रेक लगा हुआ है। शासन व सीबीएसई के तमाम विद्यालयों ने ऑनलाइन पठन-पाठन शुरू कर दिया है लेकिन नए सत्र में दाखिला अब तक नहीं हो सका है। कई अध्यापकों ने शासन से इस वर्ष नया सत्र जुलाई से शुरू करने का अनुरोध किया है। बहरहाल विद्यार्थियों की पढ़ाई को लेकर शासन-प्रशासन भी गंभीर है। इसे लेकर केंद्र व राज्य सरकारें लगातार समीक्षा भी कर रहीं हैं लेकिन पहली प्राथमिकता लोगों का जीवन बचाना है।