आश्वासन के बाद भी हड़ताल करने को बीएचयू प्रशासन ने घोर अनुशासनहीनता माना, होगी कार्रवाई
रेजिडेंट्स मारपीट प्रकरण में विवि प्रशासन की ओर से लगातार मिल रहे आश्वासन के बाद भी हड़ताल जारी रखने को विवि प्रशासन ने घोर अनुशासनहीनता माना है।
वाराणसी, जेएनएन। रेजिडेंट्स मारपीट प्रकरण में विवि प्रशासन की ओर से लगातार मिल रहे आश्वासन के बाद भी हड़ताल जारी रखने को विवि प्रशासन ने घोर अनुशासनहीनता माना है। मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर गैर-जिम्मेदार रवैये ने प्रशासन को रेजिडेंट के खिलाफ कार्रवाई का ठोस आधार दिया है। विवि की ओर से प्रो. मुकुल राज मेहता की अध्यक्षता में गठित कमेटी की पहली बैठक सोमवार को एमएस आफिस में हुई। इसमें जांच के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करने के साथ ही दशा व दिशा तय की गई। बीएचयू अस्पताल में चार नवंबर से चल रही हड़ताल सुरक्षा के आश्वासन पर दस नवंबर को खत्म हुई।
रेजिडेंट्स ने मरीजों के हित में देर रात ड्यूटी पर वापस लौटने का निर्णय लिया था। मगर सूत्रों की मानें तो हड़ताल खत्म होने के पीछे विवि प्रशासन का बदला रूख रहा। अधिकारियों की मानें तो तीसरे ही दिन तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया था, इसके बाद भी रेजिडेंट्स ने अगले चार दिनों तक हड़ताल जारी रखी। ओपीडी ही नहीं आइसीयू, एसीयू और इमरजेंसी जैसी महत्वपूर्ण सेवा को भी बाधित किया। विवि की ओर से गठित जांच कमेटी के अध्यक्ष प्रो. मुकुल राज मेहता के मुताबिक सभी तथ्यों का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है। हर बिंदुओं पर जांच की जाएगी। अभी यह पहली बैठक थी। ऐसे में गलती किसकी थी, कहना थोड़ा जल्दबाजी होगा। मगर इतना तय है कि गलती जिसकी भी होगी, उसके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
स्थिति रही सामान्य, बढ़ी मरीजों की संख्या : हड़ताल खत्म होने के बाद दूर-दराज के मरीज बीएचयू अस्पताल में पहुंचने लगे हैं। सोमवार को बीएचयू अस्पताल में स्थित सामान्य रही। सभी ओपीडी में मरीज देखे गए। हड़ताल के दौरान जहां ओपीडी में मरीजों की संख्या दो-तीन हजार के बीच सिमट गई थी, वही आंकड़ा हड़ताल के बाद 5485 तक पहुंच गया। ओपीडी के साथ ही इमरजेंसी, ट्रामा सेंटर आदि स्थानों पर चिकित्सीय सेवाएं सुचारू रूप से संचालित हुई।
बीएचयू हास्पिटल में सोमवार की स्थिति :
- 3359 पर्ची कटी
- 5485 ओपीडी में पंजीयन
- 129 मरीज भर्ती
- 51 मरीज डिस्चार्ज
- 48 इमरजेंसी ओपीडी
- 98 ऑपरेशन
- 3229 सीसीआइ जांच
- 240 रेडियोलॉजी जांच