दीपावली तक सौर ऊर्जा से रोशन होगा भारत कला भवन
वाराणसी स्थित काशी ¨हदू विश्वविद्यालय जल्द ही सौर ऊर्जा से रोशन होने वाला है। इसकी शुरुआत भारत कला भवन से होने वाली है।
वाराणसी (जेएनएन) : महामना की बगिया काशी ¨हदू विश्वविद्यालय जल्द ही सौर ऊर्जा से रोशन होने वाला है। इसकी शुरुआत भारत कला भवन से होने वाली है। दीपावली से पहले यहां पर सोलर पैनल लगाने का दावा किया जा रहा है। इससे एक मेगावाट बिजली उत्पन्न होगी जो सीधे ग्रिड से जुड़ेगी। यानी इस बिजली का बैकअप नहीं बनेगा बल्कि बिजली घर से सीधे उपयोग किया जाएगा।
इंप्लीमेंटेशन आफ रूफ टॉप सोलर पावर सिस्टम योजना के तहत पूरे कैंपस में 37 करोड़ रुपये की लागत से पूरे परिसर में सोलर लाइट लगानी है। इस योजना के तहत कुल आठ मेगावाट बिजली कैंपस स्थित 11 केवी के सब स्टेशनों को दी जानी है। जो बिजली पैदा होगी उसका बिल घटाकर बीएचयू प्रशासन विद्युत निगम को देगा। कुछ साल पहले सोलर एनर्जी कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (सेकी) ने पायलट प्रोजेक्ट चलाया था। इसके तहत बीएचयू के केंद्रीय कार्यालय, आइएमएस व ट्रामा की बिल्डिंग पर सोलर सिस्टम लगाया गया था। अब इसको धरातल पर उतारने की योजना बनाई गई है। बताया जा रहा है कि बीएचयू में सोलर पैनल से लाइट की योजना सबसे पहले भारत कला भवन के निदेशक प्रो. एके सिंह ने बनाई थी। अब इसको व्यापक पैमाने पर लागू किया जा रहा है। पिछले साल से ही दावा किया जा रहा है कि जल्द ही इसकी शुरुआत हो जाएगी, लेकिन अभी तक नहीं हुआ है। अब फिर से ईडब्ल्यूएसएस के इंजीनियर रूपेश श्रीवास्तव ने दावा किया कि इस सिस्टम से शुरूआत दीपावली से पहले भारत कला भवन में सोलर सिस्टल से बिजली सप्लाई शुरू होने लगेगी। पीआरओ डा. राजेश सिंह का कहना है कि इसी माह भारत कला भवन में इस योजना के तहत बिजली सप्लाई शुरू हो जाएगी। बताया कि वर्तमान में बीएचयू में बिजली की खपत 15 मेगावाट है। हालांकि आगे चल कर यह खपत 20 मेगावट से अधिक हो जाएगी। कारण कि यहां कई नए भवन बनकर तैयार होने वाले हैं।