बीएचयू में बेड फुल, सैंपल लेकर मंडलीय अस्पताल में रखे जा रहे संदिग्ध, परिवारीजन ही पहुंचा रहे दवा-भोजन
वाराणसी में मंडलीय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में रखे गए संदिग्ध मरीजों तक भोजन पानी दवा व अन्य जरूरी सामान पहुंचाने का काम परिवारीजनों के ही जिम्मे है।
वाराणसी, जेएनएन। मंडलीय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में रखे गए संदिग्ध मरीजों तक भोजन, पानी, दवा व अन्य जरूरी सामान पहुंचाने का काम परिवारीजनों के ही जिम्मे है। यहां गंभीर मरीजों संग सामान्य संदिग्धों को भी एक ही वार्ड में रखा जा रहा है। इनमें से कौन कोरोना पॉजिटिव निकले कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में बिना पीपीई किट मरीजों के सीधे संपर्क में आने वालों को भी संक्रमण का खतरा है।
18 जुलाई को सैंपल दिया था, बुधवार तक रिपोर्ट नहीं मिली
दरअसल बीएचयू में लेवल-थ्री कोविड अस्पताल फुल होने के बाद वहां सिर्फ मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं। उसके बाद उन्हेंं जिला या मंडलीय अस्पताल में रेफर कर दिया जा रहा है। मंडलीय अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में फिलहाल ऐसे करीब 15 मरीज भर्ती हैं। चोलापुर निवासी मरीज ने 18 जुलाई को बीएचयू में सैंपल दिया था। बुधवार तक उनकी रिपोर्ट नहीं मिली।
मदद की गुहार लगाने पर पीपीई किट की कमी का हवाला देकर मना कर दिया जा रहा
पांच दिनों से उनके पुत्र ही उन तक दवा से लेकर भोजन-पानी पहुंचा रहे हैं। उनके पुत्र के मुताबिक डाक्टर ही नहीं पैरामेडिकल स्टाफ भी मरीजों के पास नहीं आ रहे। मदद की गुहार लगाने पर पीपीई किट की कमी का हवाला देकर मना कर दिया जा रहा है। ऐसे में मजबूरन हमें ही अपने मरीज तक जाना पड़ रहा है। वहीं सभी संदिग्ध मरीजों को एक साथ रखा जा रहा है। गंभीर मरीजों के लिए अलग से कोई प्रबंध नहीं है। हालांकि इस संदर्भ में एसआइसी डा. बीएन श्रीवास्तव से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ था।
आराजीलाइन क्षेत्र के आधा दर्जन गांव में कोरोना ने पांव पसारा
रोहनिया-आराजीलाइन विकासखंड क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन गांवो में कोरोना ने पाव पसार लिया है। जयापुर में कोरोना के मरीज की सूचना से लोग काफी डरे सहमे हैं। साथ ही बहादुरपुर, जक्खिनी, पचाई, शाहंशाहपुर में भी पिछले 1 हफ्ते के अंदर कोरोना के मरीज मिल चुके हैं। बहादुरपुर में जिस दुकानदार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, वह दुकान पर बैठता था और लोगों को सामान बेचता था। उसके दुकान से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जक्खिनी और पुलिस चौकी जक्खिनी के लोग भी सामान खरीदते थे। इस मामले को देखते हुए चिकित्सकों और पुलिसकर्मियों में भी भय बना हुआ है।