महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में बार काउंसिल ने मानकों का किया परीक्षण Varanasi news
काशी विद्यापीठ वर्तमान सत्र से पंचवर्षीय विधि कोर्स शुरू करने जा रही है। मानकों के परीक्षण का कार्य बार काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने शुक्रवार को पूरा कर लिया है।
वाराणसी,जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वर्तमान सत्र से पंचवर्षीय विधि कोर्स शुरू करने जा रही है। मानकों के परीक्षण का कार्य बार काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने शुक्रवार को पूरा कर लिया है। बार काउंसिल से हरी झंडी मिलते ही दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद ही बीए-एलएलबी का कोर्स संचालित किया जा सकेगा। विद्यापीठ स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम के तहत पंचवर्षीय बीए-एलएलबी शुरू करने के लिए काफी पहले ही आवेदन किया था। शुल्क जमा करने के बाद बार काउंसिल ने निरीक्षण का कार्य भी पूरा कर लिया है।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्र के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम ने क्लास रूम, लाइब्रेरी व मूट कोर्ट सहित अन्य मानकों की जांच-पड़ताल की। इस दौरान टीम ने मान्यता संबंधी पत्रावलियों को भी देखा। टीम में जस्टिस वीरेंद्र दत्ता ग्यानी, बार काउंसिल के उपाध्यक्ष सतीश अबुराव देशमुख, प्रशांत कुमार सिंह, श्रीनाथ त्रिपाठी, राम शुभाग्र सिंह, डा. आशुतोष मिश्र शामिल थे। इस दौरान कुलपति प्रो. टीएन सिंह, कुलसचिव डा. एसएल मौर्य, विधि संकायाध्यक्ष प्रो. चतुर्भुज नाथ तिवारी, विभागाध्यक्ष प्रो. रंजन सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
इंटर के बाद सीधे दाखिला
पंचवर्षीय बीए एलएलबी कोर्स शुरू करने के लिए विद्यापरिषद व कार्यपरिषद से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। फिलहाल बीए-एलएलबी में 60 सीटें निर्धारित है। इंटरमीडिएट के बाद सीधे दाखिला लिया जा सकता है। वैसे विद्यापीठ में वर्ष 2004 में पंचवर्षीय विधि कोर्स का एक बैच चल चुका है। मान्यता के अभाव इसे बंद कर दिया गया था।